भोपाल, 20 सितंबर । मध्यप्रदेश में निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस में उम्मीदवारों की दूसरी सूची पर मंथन जारी है। कांग्रेस की संभावित दूसरी सूची में दल बदलने वाले कई नेताओं के नाम भी हो सकते हैं।
राज्य में 28 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है। इनमें से 15 सीटों के लिए कांग्रेस अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। वहीं शेष 13 उम्मीदवारों के नामों को लेकर मंथन चल रहा है।
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उपचुनाव वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने तीन सर्वे कराए हैं और उसी के आधार पर उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे। पार्टी ने उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है, उसमें पांच ऐसे उम्मीदवार हैं, जो दूसरे दलों से कांग्रेस में आए हैं। इन्हें उम्मीदवार इसलिए बनाया गया है कि इनका संबंधित क्षेत्र में जनाधार बेहतर है। यह बात कांग्रेस के सर्वे में भी सामने आई थी।
सूत्रों की मानें तो भाजपा सहित अन्य दलों के कई और नेता बगावत कर सकते हैं और कांग्रेस की नजर ऐसे बागियों पर है, जिनका अपने क्षेत्र में जनाधार भी है। लिहाजा, पार्टी इन बागियों को भी उम्मीदवार बनाने में नहीं हिचकेगी। मतलब, दूसरी सूची में भी दल बदलने वाले नेताओं के नाम हो सकते हैं।
राजनीतिक विश्लेषक संतोष गौतम का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों की ही नजर विरोधी दल के असंतुष्टों पर है, और यही कारण है कि दलबदल का सिलसिला जारी है। भाजपा के तो लगभग सभी उम्मीदवारों के नाम तय हैं और इसी कारण पार्टी में असंतोष भी है। इस असंतोष का कांग्रेस लाभ उठाना चाहती है, इसी के चलते कांग्रेस दूसरी सूची जारी करने के लिए मंथन के दौर से गुजर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ का दो दिन का ग्वालियर दौरा हुआ, इस दौरे में उनकी भाजपा के कई असंतुष्टों से चर्चा भी हुई है। उसके बाद कमल नाथ दिल्ली गए। संभावना इस बात की जताई जा रही है कि उनकी दिल्ली में पार्टी के कुछ प्रमुख नेताओं से उम्मीदवारों की दूसरी सूची को लेकर भी चर्चा हुई है।
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