मप्र में कांग्रेस ने जुटाए जमीनी आंकड़े

   

भोपाल 27 अगस्त । मध्य प्रदेश में आगामी समय में होने वाले विधानसभा के उप-चुनाव को लेकर कांग्रेस ने जमीनी हालात का ब्यौरा जुटा लिया है। पार्टी की ओर से नियुक्त किए गए विधानसभा क्षेत्रवार पर्यवेक्षक, प्रभारी, विधायक और जिलाध्यक्षों ने रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ को सौंप दी है।

राज्य में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और 22 तत्कालीन विधायकों के कांग्रेस छोड़ने के कारण कमल नाथ सरकार गिर गई थी। उसके बाद तीन अन्य विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया, वहीं दो विधायकों का निधन हुआ है। इस तरह राज्य में कुल 27 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है।

कांग्रेस ने विधानसभा के उप चुनावों के जरिए सत्ता में वापसी का लक्ष्य तय किया है और इसके लिए उसने विधानसभावार प्रभारी, पर्यवेक्षक और विधायकों की नियुक्ति की है। सभी पदाधिकारी विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय हैं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी कर रहे हैं। इसके साथ ही इन्हें उम्मीदवार की तलाश की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है, वहीं पार्टी की ओर से तीन स्तर पर सर्वेक्षण भी कराए जा चुके हैं।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को इस बात का भरोसा है कि आगामी समय में होने वाले विधानसभा के उप-चुनाव में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलेगी, यही कारण है कि वो भाजपा पर हमलावर हैं और सवाल भी कर रहे हैं कि भाजपा 27 में से चार सीटें भी बता दे जहां उसे जीत मिलने वाली है।

पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने गुरुवार को पर्यवेक्षक, प्रभारी और जिलाध्यक्षों की भोपाल में बैठक बुलाई। इस बैठक में कमल नाथ ने विधानसभा क्षेत्रवार वर्तमान स्थिति का ब्यौरा तो लिया ही साथ ही पार्टी की स्थिति के बारे में भी जाना। इसके अलावा इन लोगों से सबसे सक्षम उम्मीदवार का नाम भी जाना है।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि उप-चुनाव से पहले कांग्रेस की यह सबसे बड़ी बैठक थी और इस बैठक में हिस्सा लेने वाले पर्यवेक्षक, प्रभारी और विधायकों ने अपनी जमीनी रिपोर्ट कमल नाथ को सौप दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर पार्टी की आगामी समय में रणनीति तय की जाएगी, साथ ही इन पदाधिकारियों की रिपोर्ट उम्मीदवार के चयन में बड़ी मददगार होगी।

–आईएएनएस

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