मसूद अजहर को पाकिस्तान आर्मी हॉस्पिटल से किया गया स्थानांतरित – रिपोर्ट

   

नई दिल्ली : मीडिया आउटलेट द टाइम्स ऑफ इंडिया को मिली सूचना के मुताबिक पाकिस्तान ने भारतीय सुरक्षा बलों के कथित आतंकी हमलों के जिम्मेदार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर को आर्मी हॉस्पिटल रावलपिंडी से स्थानांतरित कर दिया है, जो रावलपिंडी में आर्मी के अस्पताल में इलाज करा रहा था। भारतीय अफसरों के मुताबिक, मसूद की किडनी खराब थी जिसका इलाज इसी आर्मी हॉस्पिटल में कराया जा रहा था।

इससे पहले शुक्रवार पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने स्वीकार किया था कि अजहर उनके देश में है और बेहद बीमार है। 14 फरवरी का हमले का मुख्य आरोपी है। मीडिया आउटलेट यह अनुमान लगा रहे थे कि 26 फरवरी को किए गए भारतीय हवाई हमले में आतंकी मास्टरमाइंड की मौत हो गई थी।

पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी ने 1 मार्च को CNN के साथ एक साक्षात्कार में पुष्टि की थी कि मसूद अजहर पाकिस्तान में था। कुरैशी ने कहा था कि “वह मेरी जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में है। वह इस हद तक अस्वस्थ है कि वह अपना घर नहीं छोड़ सकता, क्योंकि वह वास्तव में अस्वस्थ है”, ।उनकी मृत्यु की रिपोर्ट पर, पाकिस्तानी मीडिया प्रतिष्ठान और कई प्रमुख पाकिस्तानी पत्रकारों ने दावा किया कि वह अभी भी जीवित हैं।

मसूद अजहर अभी भी जिंदा है कुछ लोग चाहते हैं कि वह मीडिया पर आए और कहें कि “भारत फिर से गलत है” https://t.co/WjfpUmVEbj
– हामिद मीर (@ HamidMirPAK) 3 मार्च, 2019

गौरतलब है कि अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक है। 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जैश ने ही जिम्मेदारी ली है। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद से ही भारत में पाकिस्तान से बदला लेने की मांग उठ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी साफ कह चुके हैं कि आतंक के सरपरस्तों से पूरा हिसाब किया जाएगा। यहां तक कि उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने किए गए वादे पर खरा उतरने की नसीहत दी है।

बता दें कि मसूद अजहर को ओसामा बिन लादेन और तालिबान का करीबी माना जाता है। उन्हें 1990 के दशक की शुरुआत में भारत में गिरफ्तार किया गया था और दिसंबर 1999 में उन्होंने इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 184 की अपहरण की घटना को अंजाम दिया था ताकि उन्हें बंधकों के बदले में मुक्त किया जा सके।

कुछ रिपोर्टों के अनुसार, उनकी स्वतंत्रता की रात, दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादी ओसामा बिन लादेन ने उसके लिए एक भोज की मेजबानी की थी।

मसूद ने खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की और 1991 में भारतीय संसद के खिलाफ आतंकी हमलों का आयोजन किया। उनका संगठन 2016 में पठानकोट में भारतीय सेना के हमलों के पीछे भी था।

जैश-ए-मोहम्मद ने हाल ही में 14 फरवरी 2019 को एक भारतीय अर्धसैनिक बल के काफिले पर हुए आत्मघाती बम हमले की जिम्मेदारी ली, जिसमें 40 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।