झारखंड में हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली जहां मस्जिद के इमाम ने हिंदू की अर्थी को कंधा दिया और दाह संस्कार कराया।
वन इंडिया पर छपी खबर के अनुसार, झारखंड में कोरोना वायरस का खौफ है। मृतक की लाश को कंधा देने के लिए लोगों की कमी पड़ी तो इमाम आगे आए।
शव को कंधे पर लेकर इमाम समेत चार लोग चले और श्मशान घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार किया। झारखंड के धुर्वा इलाके में हुई इस घटना को लेकर चर्चा रही। इमाम ने इंसानियत का सबूत देते हुए कौमी एकता का उदाहरण समाज के सामने पेश किया।
मामला धुर्वा थाना क्षेत्र के सेक्टर 4 का है। यहां मदरसा के सामने वाले मकान में राजकुमार भारती का परिवार रहता है। उनके घर से रोने की आवाज आई तो मस्जिद के इमाम हाफिज इरशाद भी राजकुमार भारती के घर पहुंचे।
वहां पता चला कि राजकुमार बहुत बीमार हैं और उनकी हालत नाजुक है। राजकुमार को हॉस्पिटल ले जाने के लिए एंबुलेंस बुलाई गई। अस्पताल पहुंचते-पहुंचते राजकुमार ने दम तोड़ दिया।
वहां से उसके शव को श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए कांधे की कमी पड़ गई। कोरोना वायरस के खौफ के बीच राजकुमार के शव को कांधा देने के लिए चार लोग आगे आए जिसमें इमाम हाफिज इरशाद भी रहे।
श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार की पूरी प्रक्रिया में इमाम मौजूद रहे और उन्होंने हिंदू मुस्लिम भाईचारे का संदेश दिया।