लखनऊ , 25 फरवरी । पेट्रोल- डीजल एवं रसोई गैस के बढ़े दामों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान के नेतृत्व में उदयगंज से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च विरोध दर्ज कराया गया। विरोध मार्च में गैस सिलेंडर लेकर निकले प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हो गयी। इससे नाराज कार्यकर्ता वहीं बैठकर प्रदर्शन करने लगे।
महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि, चुनाव के दौरान केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों द्वारा आम जनता को कोरोना काल के समय आर्थिक संसाधनों और रोजगार में भारी गिरावट के बाद भी पेट्रोल और गैस के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है। आज भी केंद्र सरकार ने गैस के दामों में 25 रुपये की भारी वृद्घि करके आम जनता की कमर तोड़ दी है।
उन्होंने कहा कि, खोखले नारे और वादे पर सत्ता में आते ही भाजपा ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट के बावजूद व कोरोना महामारी से आर्थिक संकट से जूझ रही जनता पर पेट्रोल और डीजल पर स्वतंत्रता के बाद सबसे अधिक टैक्स लगाकर भाजपा सरकार ने आम जनता की कमर तोड़ने का काम किया है। जिस तरह भाजपा सरकार जनविरोधी निर्णय ले रही है उससे यह साबित हो गया है कि भाजपा जन कल्याण से कोई सरोकार नहीं रह गया है। ऐसी सरकार को एक क्षण भी सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि, देश में मोदी सरकार के आने से पहले 2014 में कांग्रेस के समय जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल का दाम 106 डालर प्रति बैरल था, तब देश में पेट्रोल के दाम 71 रूपये थे। आज जब कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम 65 डालर प्रति बैरल हैं तो भारत में तेल के दाम 100 रूपये पार कर गये हैं। आज गैस के दाम 794 रूपये के स्तर को छू गये हैं।
उन्होंने मोदी सरकार से मांग की है कि पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के दामों को 2014 के स्तर पर लाया जाये और गैस पर सब्सिडी बहाल की जाए।
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