महाराष्ट्र : कांग्रेस ने किसानों के साथ राजभवन का किया घेराव

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नागपुर, 16 जनवरी । महाराष्ट्र कांग्रेस ने यहां शनिवार को देशव्यापी आंदोलन के तहत तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ हजारों किसानों का नेतृत्व किया। प्रदर्शनकारियों ने राजभवन की घेराबंदी की।

इसके साथ ही बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर स्टोव जलाया और ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में भोजन पकाकर विरोध जताया। मुंबई में पेट्रोल की कीमतें 91 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है, जिसका कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया।

सभा को संबोधित करते हुए राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और राजस्व मंत्री बाला साहेब थोराट ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आम जनता और देश के किसानों के प्रति घोर असंवेदनशीलता दिखाने का आरोप लगाया।

उन्होंने आक्रामक अंदाज में कहा, मोदी, जो केवल बड़े कॉर्पोरेट घरानों के हितों में काम करते हैं, अब किसानों को भी गुलाम बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हम इसकी अनुमति नहीं देंगे और तीनों काले कृषि कानून महाराष्ट्र में लागू नहीं किए जाएंगे। हम इन कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हैं।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा सभी संसदीय और लोकतांत्रिक मानदंडों का उल्लंघन करके कृषि कानूनों को लागू किया गया है और ये किसानों और आम जनता के हितों के लिए हानिकारक साबित होंगे।

थोराट ने कहा कि साथ ही आम नागरिकों को एक कष्टदायक समय का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वे पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी कर रहे हैं, जो अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में महंगाई (मुद्रास्फीति) बढ़ाती है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि ठंड के मौसम में पिछले 50 दिनों से लाखों किसान दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उनमें से 60 से अधिक लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी है, लेकिन केंद्र सरकार उनकी दुर्दशा के प्रति पूरी तरह से उदासीन बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि इन कानूनों से किसानों को कोई लाभ नहीं पहुंचने वाला है और सरकार केवल बड़े कॉर्पोरेट्स के हितों को देख रही है।

कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर केंद्र ने कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया और ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी वापस नहीं ली तो पार्टी राज्यभर में आंदोलन और तेज कर देगी।

Disclaimer: This story is auto-generated from IANS service.