मुंबई, 8 फरवरी । महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को भारत रत्न लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर के साथ ही अक्षय कुमार, साइना नेहवाल और अन्य की ओर से हाल ही में किसानों के विरोध प्रदर्शन के संबंध में किए गए ट्वीट की जांच का आदेश दिया है।
देशमुख ने इसे गंभीर मामला बताते हुए खुफिया विभाग को ट्वीट की पृष्ठभूमि की जांच करने का आदेश दिया। बताया गया है कि इन ट्वीट्स के कंटेंट एक जैसे हैं और एक ही समय में पोस्ट किए गए हैं, जिसे लेकर शक जाहिर किया गया है और इसकी जांच कराने को कहा गया है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत और अन्य कांग्रेस नेताओं ने किसान आंदोलन पर रिहाना के ट्वीट के जवाब में लता मंगेशकर समेत, सचिन तेंदुलकर और अक्षय कुमार सहित कई हस्तियों के ट्वीट की शिकायत महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार से की थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि इसमें कुछ शब्द ऐसे हैं, जो शक पैदा करते हैं।
सरकार अब इन हस्तियों के ट्वीट की जांच करके इस निष्कर्ष पर पहुंचने की कोशिश करेगी कि क्या इन सितारों ने किसी के दबाव में आकर ये ट्वीट्स किए थे या नहीं।
कांग्रेस नेताओं ने शंका जाहिर करते हुए शिकायत की है कि हस्तियां की ओर से केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाली सरकार के समर्थन में दबाव में आकर ट्वीट किए गए हो सकते हैं।
दरअसल, इन सितारों ने ट्वीट अंतर्राष्ट्रीय पॉप स्टार रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के उन ट्वीट के जवाब में किए थे, जिसमें रिहाना और ग्रेटा ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया था। रियाना के ट्वीट के जवाब में लता मंगेशकर, सचिन तेंदुलकर, अक्षय कुमार, अजय देवगन और अन्य हस्तियों ने एकजुट रहने का आह्वान किया था।
कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने कहा कि इन हस्तियों द्वारा किए गए ट्वीट के बीच एक समान पैटर्न देखा जा सकता है। अधिकांश ने लगभग एक ही जैसे शब्दों और हैशटैग का इस्तेमाल किया है।
सावंत ने तर्क दिया कि इससे संदेह पैदा हुआ कि क्या वे किसी बाहरी दबाव में तो नहीं थे।
विदेशी हस्तियों की ओर से पोस्ट किए गए ट्वीट्स को काउंटर करने के लिए भारतीय हस्तियों ने कई हैशटैग का इस्तेमाल किया।
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