महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर संसद के सामने युवती का प्रदर्शन, दिल्ली पुलिस पर लगा मारपीट का आरोप

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महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के खिलाफ एक युवती ने शनिवार सुबह संसद के पास प्रदर्शन किया। पुलिस का कहना है कि युवती की पहचान अनु दुबे के रूप में हुई है, जिसके हाथ में एक तख्ती थी, जिस पर लिखा था, “मैं अपने भारत में सुरक्षित क्यों नहीं महसूस कर सकती।” एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि युवती को प्रदर्शन जारी रखने के लिए जंतर-मंतर जाने के लिए कहा गया, लेकिन जब उसने मना कर दिया तो उसे संसद मार्ग पुलिस थाने ले जाया गया। युवती उस समय रो रही थी।

उन्होंने बताया कि युवती की शिकायत सुनने के बाद उसे पुलिस थाने से छोड़ दिया गया। मीडिया से बातचीत के दौरान दुबे ने कहा कि वह सरकार के अधिकारियों से मिलना चाहती है। वहीं, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने युवती के साथ मारपीट की।

मालीवाल ने ट्वीट किया, “हैदराबाद में बलात्कार की वीभत्स घटना से परेशान होकर जब एक छात्रा ने अपनी आवाज उठाई, तो दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उसके साथ मारपीट की। मैंने उस युवती से थाने में मुलाकात की, वह डरी हुई है। क्या आवाज उठाने वालों के साथ ऐसे बर्ताव किया जाएगा?” उन्होंने कहा, “दिल्ली महिला आयोग इस शर्मनाक घटना पर नोटिस जारी करेगा। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।”

हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया है।

हैदराबाद के बाहरी इलाके में 27 वर्षीय एक पशु-चिकित्सक महिला का जला हुआ शव मिलने के एक दिन बाद दुबे ने प्रदर्शन किया। महिला का चार लोगों ने बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी। उससे पहले उसके दोपहिया वाहन के टायर को पंक्चर कर दिया था। बलात्कार की इस घटना से पूरे देश में गुस्सा है।

इससे पहले रांची में 25 वर्षीय कानून की छात्रा के साथ हथियारों से लैस लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया। इस मामले में अभी तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।