मायावती बोलीं- ‘नमो-नमो का जमाना गया, ‘चौकीदार को नौटंकी भी नहीं बचा पाएगी’

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बसपा सुप्रीमो मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा. मायावती ने कहा कि ‘नमो-नमो का जमाना गया’ अब’ जय भीम का जमाना आ गया है. इस बार चौकीदार की नौटंकी भी इन्हें नहीं बचा पाएगी. बीजेपी ने चुनाव को धार्मिक रंग देने का प्रयास किया है. लेकिन हमने नहले पर दहला दिया तो ये चारों खाने चित हो गए. जब कुछ काम नहीं आया तो ये एमपी में एक साध्वी पकड़ लाए हैं. इनके योगी और साध्वी काम नहीं आ रहे हैं. अब पीएम पिछड़ों की बात कर रहे हैं, ये कह रहे हैं कि हम आरक्षण खत्म नहीं कर रहे. अरे इनकी हिम्मत नहीं कि ये आरक्षण खत्म कर दें. हमारी महिला प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की तरह नकली पिछड़ा वर्ग से नहीं है.

 

बसपा सुप्रीमों मायावती अकबरपुर से लोकसभा प्रत्याशी निशा सचान के समर्थन में बुधवार को रमईपुर में रैली को संबोधित करने के लिए पहुंची थीं. उन्होंने मंच से कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. मायावती ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद केंद्र में कांग्रेस के हाथ सत्ता रही. कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण ही वो सत्ता से बाहर हो गई. इसी प्रकार बीजेपी भी केंद्र में जातिवादी, आरएसएस की नीतियों के चलते सत्ता से बाहर हो जाएगी. इस बार इनकी कोई नाटकबाजी, जुमलेबाजी नहीं चल पाएगी. इनकी चौकीदारी भी नहीं चल पाएगी. पीएम मोदी ने हर वर्ग के साथ दलितों, आदिवासियों, मुस्लिमों को जो प्रलोभन वाले वादे किए थे. जनता से किए वादे एक प्रतिशत भी पूरे नहीं हुए है. बल्कि ये बड़े-बड़े पूंजीवादी लोगों को और अमीर बनाने में जुटे रहे.

 

उन्होंने कहा कि यूपी की बीजेपी सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया है. यहां तक आवारा जानवर खतों में किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. देश और यूपी में पिछड़ों, दलितों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण कोटा अधूरा है. ज्यादातर सरकारी काम प्राइवेट कंपनियों से करवाए जा रहे हैं. उच्च समाज की हालत भी बेहद खराब है. नोटबंदी और जीएसटी बिना तैयारी से लागू करने से गरीब परेशान हैं. सीमाएं सुरक्षित नहीं हैं जिससे आतंकवाद बढ़ रहा है और हमारे जवान आयदिन शहीद हो रहे हैं.

 

मायावती ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस को कहना चाहती हूं कि आप पर अब लोग भरोसा नहीं करेंगे. कांग्रेस ने आपसे वोट लिया, लेकिन कुछ किया नहीं. कांग्रेस की नीतियों से यूपी में पिछड़े इलाकों के लोग रोजी रोटी के लिए पलायन कर गए. कांग्रेस ने केंद्र और यूपी में आप लोगों की तकलीफों को अगर दूर किया होता तो बीजेपी को मौका न मिलता. हमने कांग्रेस को खूब मौका दिया. तो फिर हमने मजबूरी में बीएसपी का गठन किया. बीएसपी इनके गले के नीचे नहीं उतर रहीं, चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस. सपा-बसपा को रोकने के लिए ये एकजुट हो जाती हैं. आपने कांग्रेस और बीजेपी दोनों को आजमाया है लेकिन चुनाव में बीजेपी ने किए वादों को ईमानदारी से नहीं निभाया इनको किनारे कर गठबंधन को लाना है.

 

मायावती ने कहा कि चुनाव के दौरान कुछ पार्टियां मीडिया, ओपिनियन पोल का इस्तेमाल करती हैं इससे बचना होगा. इसी के चलते हम चुनावी घोषणा पत्र जारी नहीं करते हैं. बीजेपी के वादे हवा-हवाई साबित हुए हैं. बीजेपी का सबका साथ-सबका विकास जुमलेबाजी साबित हुई है. हमारी सरकार आने पर हम गरीबों को सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में स्थायी नौकरी देने का काम करेंगे. केंद्र में अपनी सरकार बनने पर सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की नीति अपनाई जाएगी. कमजोर वर्गों के हितों का ख्याल रखा जाएगा. पूरे प्रदेश में गठबंधन का अच्छा प्रदर्शन होगा.