‘मुझे अपनी मां की ज़िंदगी का डर है’: महबूबा मुफ्ती की बेटी

   

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने अपने साथ एक युद्ध अपराधी की तरह बर्ताव किए जाने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से उन्हें नजरबंद करने का कारण भी पूछा है।

सुश्री जावेद ने कहा, “उन्हें अपनी माँ की ज़िंदगी का डर है”।

इल्तिजा ने गृह मंत्री अमित शाह के नाम अपने पत्र में लिखा है कि सब कुछ थाम कर रख देने वाले क‌र्फ्यू को लागू हुए 10 दिन से ज्यादा बीत चुके है। सभी फोन बंद हैं, इंटरनेट ठप हैं और पूरी वादी में डर का माहौल बना हुआ है। पूरी आबादी को.. कश्मीरियों को जानवरों की तरह कैद कर रखा गया है। उन्हें उनके मौलिक मानवाधिकारों से भी वंचित किया गया है। एक वॉयस मैसेज के साथ अज्ञात स्रोत से लगातार प्रसारित-प्रचारित हो रहे इस पत्र में इल्तिजा मुफ्ती ने लिखा है कि दुर्भाग्यवश मुझे भी मेरे ही घर में कैद कर रखा गया है। मुझे इसका कारण नहीं पता है, आपको बेहतर पता होगा। हमें यह भी नहीं बताया जाता कि हमें कौन मिलने आ रहा है और जो हमसे मिलने की इच्छा के साथ आते हैं, उन्हें गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी लौटा देते हैं। मुझे भी घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है। हालांकि, मैं किसी भी राजनीतिक दल से कोई ताल्लुक नहीं रखती और हमेशा एक सभ्य नागरिक की तरह कानून का पालन करती हूं।

सुश्री मुफ्ती की बेटी ने आरोप लगाया कि उनके साथ “एक अपराधी जैसा व्यवहार” किया गया। उन्होंने कहा, “मैं निरंतर निगरानी में हूं। मुझे अपने जीवन के साथ-साथ उन कश्मीरियों के लिए भी डर है जिन्होंने आगे आकर बात की है।”

इससे पहले, एक साक्षात्कार में, सुश्री जावेद ने राज्यपाल के प्रशासन द्वारा उसकी माँ की एकान्त निरोध पर सवाल उठाया था। उसने आरोप लगाया कि उसकी मां की जान को भी खतरा है।