रियाद :सोशल मीडिया पर मुस्लिम विरोधी नफ़रत और इस्लामोफोबिया पोस्ट को लेकर यूएई के बाद अब सऊदी अरब की एक यूनिवर्सिटी ने ट्विटर पर अपने नफरत भरे पोस्ट के लिए एक भारतीय प्रोफेसर नीरज बेदी को निकाल दिया है ।
इसकी जानकारी देते हुए खुद जाज़ान यूनिवर्सिटी ने अपने ट्विटर पर लिखा कि “विश्वविद्यालय के कुछ सदस्यों ने बताया कि यह आपत्तिजनक पोस्ट और इस्लामोफोबिक ट्वीट कर रहे हैं, इसलिए उनका पंजीकरण खत्म किया जाता है।
بناء على ما تم رصده من قبل الجامعة حول نشر أحد أعضاء هيئة التدريس المتعاقدين لمنشورات وتغريدات مسيئة، فقد سبق طي قيده.
وتؤكد #جامعة_جازان تصديها بكل حزم لأي أفكار منحرفة، أو متطرفة تمس الثوابت أو تخالف توجهات القيادة الرشيدة. pic.twitter.com/SdSGDRl6H0— جامعة جازان (@JazanUniversity) May 18, 2020
जाज़ान विश्वविद्यालय इस बात की पुष्टि करता है कि यह लोगों मैं फूट डालने और अतिवादी विचारों के ख्याल रखते हैं जो हमारे पॉलिसी को प्रभावित करते हैं और अच्छे नेतृत्व के निर्देशों का उल्लंघन करते हैं।
https://twitter.com/nm1289671866/status/1262086244403752963?s=20
ख्याल रहे कि प्रोफ़ेसर नीरज बेदी सऊदी अरब के जज़ान यूनिवर्सिटी में कम्यूनिटी मेडिसिन के प्रोफ़ेसर थे। इनकी सैलरी 35000 रियाल यानी इंडियन सात लाख रुपए प्रतिमाह थी।सऊदी में रहकर इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ ज़हर उगलने के कारण उन्हें यूनिवर्सिटी से बर्खास्त कर दिया गया है।
https://twitter.com/Purnoww/status/1262405118407749634?s=20