उत्तर-पश्चिम चीन का काशगर शहर। इन दिनों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मीडिया की सुर्ख़ियों में छाया हुआ है। वजह है यहां मौजूद हजारों उइगुर और अन्य मुस्लिम कैम्प। ऐसा दावा किया जा रहा है कि चीन ने पूरे काशगर शहर को परोक्ष रूप से जेल में तब्दील कर दिया है।
चीन ने मुस्लिम शहर को बनाया ‘जेल’, क्या छिपा रहा दुनिया से?2/10
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में यह कहा जा रहा है कि यहां मस्जिदों की निगरानी की जा रही है।
चीन के सुरक्षा कर्मी गुप्तचर बने हुए हैं। जगह-जगह बंदूकों के साथ चेकपॉइंट्स पर सुरक्षा कर्मी मौजूद हैं जो हर आने-जाने वाले से पूछताछ करते हैं। यहां तक कि छोटे बच्चों से भी पूछताछ होती रहती है।
चीन ने मुस्लिम शहर को बनाया ‘जेल’, क्या छिपा रहा दुनिया से?3/10
यहां तक कि उइगुर और मुस्लिम कैम्प में रह रहे लोगों को आधिकारिक आईडी कार्ड दिए गए हैं। उन्हें हर रोज लाइन में लगकर उपस्थिति दर्ज करवानी होती है। चेकपॉइंट पर मशीनें उनका चेहरा स्कैन करती हैं और इसके बाद उन्हें जाने दिया जाता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में यह भी कहा है कि काशगर शहर में मुस्लिम कैम्पों में रह रहे लोग किसी पिंजड़े की तरह यहां कैद हैं। चीन ने यहां सुरक्षा कर्मियों और फौज के जरिए चारों ओर नियंत्रण कर रखा है, जो कम्युनिस्ट पार्टी की तानाशाही दिखाता है।
आज तक पर छपी खबर के अनुसार, यहां लोग जिंदा तो हैं, लेकिन उनका अच्छा जीवन स्तर नहीं है। हर जगह प्रतिबंध है। यहां तक कि उनसे बाहरी मीडिया बात भी नहीं कर सकती है। क्योंकि यह उनके लिए काफी खतरनाक हो सकता था।