मुसलमानों को भाजपा से हाथ मिलाने की सलाह देने वाले नेता को कांग्रेस ने पार्टी से निकाला

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लोकसभा चुनाव में करारी मात खाने के बाद कांग्रेस पार्टी में उपजी अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. खासकर देश के दक्षिणी राज्य कर्नाटक में तो पार्टी की कलह अब बाहर आने लगी है. इसका सीधा प्रमाण मंगलवार को उस वक्त देखने को मिला, जब कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में अपने विधायक रोशन बेग को निलंबित कर दिया. आपको याद हो कि रोशन बेग वही विधायक हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के पहले ही कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को निशाने पर लिया था. उन्होंने पार्टी के प्रदेश नेतृत्व और अन्य पदाधिकारियों को चुनाव में हार के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया था. चुनाव नतीजों के आने के ठीक बाद उन्होंने मुसलमानों को यह सलाह भी दी थी कि वे किसी एक पार्टी के भरोसे न रहें, बल्कि जरूरत पड़े तो भारतीय जनता पार्टी का भी साथ दें. अपने इन्हीं बयानों को लेकर कांग्रेस ने उन्हें बागी मानते हुए पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है.

कांग्रेस ने मंगलवार को ‘‘पार्टी विरोधी’’ गतिविधियों के लिए बागी विधायक आर रोशन बेग को पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर विधायक आर रोशन बेग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केपीसीसी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दी.’’ इसमें कहा गया, ‘‘उन्हें इस मामले में हुई जांच के आधार पर तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.’’

लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर कांग्रेसी नेताओं पर निशाना साधते हुए शिवाजीनगर से विधायक बेग ने हाल में ‘‘फ्लॉप शो’’ के लिए सिद्धरमैया के ‘‘अहंकार’’ और केपीसीसी अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव की ‘‘अपरिपक्वता’’ को जिम्मेदार ठहराया था. आपको बता दें कि रोशन बेग ने लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के पहले से ही बागी तेवर अपना लिए थे. प्रदेश नेतृत्व की कार्यशैली और निर्णयों पर लगातार सवाल उठाते हुए रोशन बेग ने कर्नाटक में कांग्रेस की हार के लिए आला नेताओं को ही दोषी करार दिया था.