मुस्लिम संगठनों ने कहा, जब तक पाक से दहशतगर्दी खत्म न हो जाए हमला जारी रखें

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पुलवामा के आतंकी हमले में 40 जवानों की शहादत का बदला लेते हुए मंगलवार की सुबह भारतीय वायुसेना के मिराज विमानों द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर व आसपास आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हुए हमले का लखनऊ के मुस्लिम संगठनों ने दिल खोलकर स्वागत किया है। इन संगठनों का साफ कहना है कि ऐसी कार्रवाई तब तक जारी रहनी चाहिए जब तक पाकिस्तान की जमीन से दहशतगर्दी का जड़ से खात्मा नहीं हो जाता।

शिया युवाओं के संगठन हुसैनी टाईगर्स के अध्यक्ष शमील शम्सी ने कहा कि हमारी वायुसेना के मिराज विमान पाक अधिकृत कश्मीर स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के ठिकानों पर हमला करते हुए पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से सिर्फ सौ किलोमीटर दूर तक पहुंच गए थे। पाकिस्तान को अब होशियार हो जाना चाहिए और खुद ही अपने यहां से सभी आतकंवादी संगठनों का सफाया करने में भारत की मदद करनी चाहिए । वहीँ  आल इण्डिया मुस्लिम वुमेन पर्सनल ला बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने कहा कि भारत की ओर से पाकिस्तान को ये जवाब बहुत सही वक्त पर दिया गया है। ऐसी कार्रवाई से पुलवामा में शहीद हुए हमारे 40 जवानों के उजड़े परिवारों में दोबारा खुशहाली वापस नहीं आ पाएगी। मगर जिन भी आतंकी संगठनों ने पुलवामा जैसी कायराना हरकत को अंजाम दिया उन्हें सबक सिखाने के लिए ऐसी कार्रवाई बहुत जरूरी थी। इसका मकसद है कि दहशतगर्द दोबारा ऐसा दुस्साहस न कर सकें।  तहरीक फिक्र-ए-मिल्लत फाउण्डेशन के महासचिव हनीफ खान ने कहा कि आतकंवादियों का किसी भी मुल्क या मजहब में कोई स्थान नहीं हो सकता। ऐसे लोगों को तुरंत मौत की सजा मिलनी चाहिए और हमारे मुल्क की फौज ने यह कारनामा कर दिखाया है। यह दहशतगर्द दरअसल इन्सानियत के कातिल हैं।

राष्ट्रीय ओलमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर रशादी ने कहा कि जो लोग भी हमारे मुल्क में दहशतगर्दी फैलाते हैं उनको माकूल जवाब देना जरूरी है। पुलवामा वाकया दरअसल हमारे मुल्क पर हमला था और अगर इसका माकूल जवाब दिया गया तो यह अच्छी बात है। समय-समय पर ऐसी कार्रवाई होती रहनी चाहिए ताकि दहशतगर्दी सिर न उठा सके।