मुस्लिम समुदाय ने पेश की मिसाल, 40 साल पुरानी मस्जिद को पुल बनाने के लिए किया जाएगा शिफ्ट

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जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में झेलम नदी पर लंबे समय से अटके पुल का निर्माण पूरा करने के लिए मुस्लिम समुदाय ने मिसाल पेश की है। इसके लिए समुदाय के लोगों ने 40 साल पुरानी मस्जिद को गिराने पर सहमति दे दी।

अधिकारियों ने रविवार (22 दिसंबर) को बताया कि मस्जिद और कुछ आवासीय तथा वाणिज्यिक संरचनाओं की मौजूदगी समेत अन्य अड़चनों के कारण पुल नहीं बन पा रहा था। उन्होंने बताया कि कमरवारी के रामपुरा क्षेत्र में श्रीनगर जिला विकास आयुक्त शाहिद इकबाल चौधरी और मस्जिद ‘अबू तुराब’ की प्रबंध समिति के बीच समझौते पर हस्ताक्षर के बाद शनिवार को मस्जिद गिराने का काम शुरू हुआ।

अधिकारियों ने बताया कि जिला विकास आयुक्त ने भूमि अधिग्रहण मुद्दे के समाधान के लिए मस्जिद प्रबंधन के साथ कई बैठकें कीं। उन्होंने बताया कि सरकार और मस्जिद प्रबंधन के बीच समझौता हुआ है, जिसमें जिला प्रशासन की ओर से मस्जिद के पुनर्निर्माण की पूरी लागत वहन करने और 12 महीने के भीतर इसे पूरा किए जाने का प्रस्ताव शामिल है। इससे पहले भी उपायुक्त के प्रयास से श्रीनगर को बारामूला से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का रुका हुआ काम शुरू हुआ था।

2002 से रुका हुआ था काम
झेलम नदी पर 10 करोड़ रुपये की लागत वाली पुल परियोजना 2002 में शुरू हुई थी। लेकिन भू-अधिग्रहण व अड़चनों को दूर करने समेत कई मुद्दों के कारण इसका काम रुका हुआ था।