झारखंड : मॉब लिंचिंग के खिलाफ आक्रोश सभा, वापसी पर हिंसा, लाठीचार्ज, जुलूस में शामिल लोगों पर ही FIR का आदेश

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रांची : मॉब लिंचिंग के खिलाफ मुस्लिम संगठन जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर उतरे. साथ ही डाेरंडा के उर्स मैदान में मुत्ताहिदा मुस्लिम महाज (संयुक्त मुस्लिम संगठन) ने आक्रोश सभा का आयोजन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मौ ओबेदुल्लाह कासमी ने कहा कि इस तरह की घटना समाज में नफरत फैलाने की साजिश है, लेकिन हम लोग एक हैं. उन्होंने कहा कि शादी से लौट रहे तबरेज अंसारी को पकड़ कर मारा गया. उस पर चोरी का इल्जाम लगाकर उसे जेल भेजा गया. बाद में पुलिस की लापरवाही के कारण उसकी मौत हो गयी.

आमया संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने झारखंडी एकता को कमजोर किया है. राज्य में 17 से ज्यादा मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुई हैं. मुफ्ती अनवर कासमी ने सरकार से अविलंब मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की. कारी जान मोहम्मद रिजवी ने सरकार से दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.

रांची के डोरंडा उर्स मैदान में जुटी भींड़

सात सूत्री मांगें पेश की गयीं
सभा में सात सूत्री मांग रखी गयी. इसमें कहा गया कि तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग कांड की सीबीआइ से जांच करायी जाये. सुप्रीम कोर्ट द्वारा मॉब लिंचिंग पर रोक के लिए दिये आदेशों का पालन किया जाये. राज्य में इस तरह की घटना के रोक के लिए कानून बनाया जाये. फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर मामलों की सुनवाई की जाये. मॉब लिंचिंग के सभी पीड़ित परिवार का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाये. मॉब लिंचिंग पीड़ित परिवारों पर लगे मुकदमों को वापस लिया जाये. घटना में दोषी वरीय पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई हो.

सभा समाप्ति के बाद लोग जुलूस की शक्ल में सभा स्थल से लौट रहे थे. इसमें शामिल कुछ उपद्रवी तत्वों ने रांची से टाटा जा रही बस को राजेंद्र चौक के समीप शाम करीब साढ़े चार बजे निशाना बनाया. बस में तोड़फोड़ की.

साथ ही कुछ और वाहनों के शीशे तोड़े. इससे कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गयी. इस मामले में सभा से लौट रहे लोगों ने कहा कि बस में सवार कुछ लोग हमलोगों को देख कर धार्मिक नारा लगाने लगे और अपशब्द कहना शुरू कर दिया. इससे बात बढ़ी और मामला बिगड़ गया. इस बीच भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने बस सहित अन्य वाहनों में तोड़-फोड़ कर दी.

लेकिन, अमन पसंद लोगों ने माहौल को बिगड़ने से बचा लिया. मौके पर डीसी राय महिमापत रे और एसएसपी अनीश गुप्ता दल-बल के साथ पहुंचे ने पूरी तरह से माहौल को शांत कराया. सुरक्षा के लिहाज से घटना वाले क्षेत्र में पुलिस बलों और दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है. शाम पांच बजे के बाद स्थिति सामान्य हुई. इसके बाद से राजेंद्र चौक से डोरंडा उच्च न्यायालय की ओर जानेवाले रास्ते को खोल दिया गया.

FIR कॉपी

स्थानीय लोगों ने कहा कि राजेंद्र चौक के समीप यदि पुलिस बल की तैनाती रहती, तो इस तरह की घटना नहीं होती. प्रशासन को मालूम था कि इस सभा में लोगों की भीड़ होगी. बावजूद इस चौक पर पुलिस बल की तैनाती नहीं की गयी थी. जबकि, उनकी तैनाती सभा स्थल के समीप थी, जिस कारण से इस तरह की घटना हुई। तोड़फोड़ के बाद सड़क पर पड़े वाहनों के शीशे स्थानीय लोगों ने साफ किये.

मुताहिद मुस्लिम महाज के संयोजक मौ अोबेदुल्लाह कासमी ने कहा कि इस तरह की घटना दुखद है. हमलोगों ने लोगों से कार्यक्रम की समाप्ति के बाद शांतिपूर्वक जाने की अपील की थी. लेकिन, राजेंद्र चौक के समीप बस में सवार लोग धार्मिक नारा लगा रहे थे, जिसके बाद यह घटना घटी. हमलोगों ने तत्काल प्रशासन के साथ मिल कर माहौल को शांतिपूर्ण बनाया.

जुलूस में शामिल लोगों पर प्राथमिकी का आदेश
मामले में डीसी राय महिमापत रे ने कहा कि प्रशासन की ओर से डोरंडा उर्स मैदान में सभा करने की इजाजत दी गयी थी. लेकिन, सभा से जुलूस की शक्ल में लौटने के दौरान उपद्रवी तत्वों ने वाहनों में तोड़फोड़ कर माहौल बिगाड़ने और विधि व्यवस्था खराब करने की कोशिश की. इसको लेकर उपद्रवियों के खिलाफ अरगोड़ा सीओ रवींद्र कुमार को डोरंडा थाने में प्राथमिकी का आदेश दिया गया है.

गश्त लगाती पुलिस

शाम की घटना में कुछ मुस्लिम युवक एयरपोर्ट ग्राउंड सेल्फी लेने पहुंचे थे जहां पास के गाँव के कुछ अलग समुदाय के लोगों दवाई मारपीट करने का भी मामला आया, और तीन युवकों ने भाग कर अपनी जान बचाई। स्थानीय मुस्लिमों का कहना है कि एक और मॉब लिंचिंग की कोशिश हुई है। रात होते होते लोग जमा होने लगे और कुछ अनहोनी घटना होने की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया और भींड़ को तीतर बितर किया गया।