मोदी का समर्थन कर क्या इमरान खान ने चली है नयी चाल?

   

नरेंद्र मोदी के दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनने पर ही पाकिस्तान के साथ संबंध सुधरने का बयान देकर पाक पीएम इमरान खान ने दोनों देशों के आम जनता को हैरान कर दिया है, किन्तु राजनीति के धुरंधर इमरान के इस बयान के पीछे का असली मकसद बखूबी समझ रहे हैं।

न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, विश्लेषकों की मानें तो इमरान, पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में हुए हवाई हमले की इजाजत देने वाले पीएम नरेंद्र मोदी को साधकर पाकिस्तान के प्रति पश्चिमी देशों के रवैये में नरमी लाने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि इमरान खान के इस बयान के बाद भारत में विपक्षी पार्टियों ने पीएम मोदी को जमकर घेरा है।

दरअसल, इमरान सरकार के सामने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की एक बड़ी चुनौती है। पाकिस्तान को फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) की तरफ से काली सूची भी डाला जा सकता है।

अमेरिकी सांसदों के विरोध की वजह से पाकिस्तान को इंटरनैशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से राहत पैकेज मिलना भी कठिन है। बताया जा रहा है कि ऐसी विषम परिस्थितियों से घिरे पाक पीएम ने भारतीय पीएम मोदी का समर्थन कर न केवल भारत बल्कि पश्चिमी देशों और बड़ी ताकतों के बीच अपनी छवि सुधारने का प्रयास करने की दूरदृष्टि दिखाई है।