मोहम्मद हफीज ने इंग्लैंड में तोड़ा प्रोटोकॉल, आइसोलेशन में भेजे गए

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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पूर्व कप्तान मोहम्मद हफीज से खफा है, जिन्होंने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा तैयार किया गया जैविक सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ दिया है। पूर्व पाकिस्तानी कप्तान टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं है, लेकिन सीमित ओवरों की सीरीज खेलेंगे। हफीज ने बुधवार (12 अगस्त) को एक गोल्फ कोर्स पर एक उम्रदराज महिला के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट की। यह गोल्फ कोर्स टीम होटल के पास है, लेकिन खिलाड़ियों को ‘बायो सिक्योर बबल’ के बाहर किसी से बातचीत करने की अनुमति नहीं है।

खिलाड़ियों को जहां एजेस बाउल में गोल्फ कोर्स का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी। वहीं उन्हें जैविक सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने और बाहरी लोगों से दूर रहने को कहा गया था, क्योंकि कोर्स अभी भी आम जनता के लिए खुला है।

हफीज ने एक बुजुर्ग महिला के साथ टि्वटर हैंडल पर फोटो साझा करते हुए लिखा, “अपने होटल के पास स्थित गोल्फ कोर्स में आज सुबह एक प्रेरणादायक युवा महिला से मुलाकात हुई। इनकी उम्र 90 वर्ष से अधिक है और वह अपना जीवन खुश और स्वस्थ होकर गुजार रही हैं।” इसके बाद कई लोगों ने उनसे जैविक सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर सवाल किए।

हफीज को बुधवार को कोरोना टेस्ट किया गया। उन्हें अपनी और साथी खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए आइसोलेशन में जाने को कह दिया गया है। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड को इस घटना की जानकारी है और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि हफीज को अब पांच दिनों के लिए अपने होटल के कमरे में आइसोलेशन में रहना होगा।

पाकिस्तान टीम के एक करीबी सूत्र ने कहा कि हफीज के प्रोटोकॉल तोड़ने से सभी खफा हैं और सभी खिलाड़ियों को इस तरह की हरकत नहीं करने की हिदायत दी गई है।  उन्हें टीम में वापसी से पहले कोरोना की लगातार दो नेगेटिव रिपोर्ट देनी होगी। हफीज पाकिस्तान की टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं है, लेकिन उन्हें 28 अगस्त से शुरू होने वाली तीन मैचों की टी-20 सीरीज के लिए शामिल किया गया है।

मोहम्मद हफीज उन खिलाड़ियों में से हैं जो इंग्लैंड जाने से पहले कोरोना जांच में पॉजिटिव पाए गए थे, लेकिन उन्होंने निजी तौर पर टेस्ट कराया जो निगेटिव आया। उन्होंने वह टेस्ट रिपोर्ट ट्वीट करके काफी किरकिरी कराई थी। बाद में दो और जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही वह इंग्लैंड आ सके हैं।

बता दें कि ईसीबी जैविक सुरक्षित प्रोटोकॉल को काफी गंभीरता से ले रहा है। इससे पहले जोफ्रा आर्चर को वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के दौरान इस जैविक सुरक्षित प्रोटोकॉल को तोड़ने के कारण एक टेस्ट से बाहर रहना पड़ा था।