मौलाना ईसा फाज़िल मंबई के निधन पर पाॅपुलर फ्रंट के चेयरमैन ने शोक व्यक्त किया

   

पाॅपुलर फ्रंट आफ इंडिया के चेयरमैन ई. अबूबकर ने आल इंडिया इमाम्स कौंसिल केरल प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के जाने माने इस्लामी विद्वान मौलाना ईसा फाज़िल मंबई के निधन पर गहरी शोक व्यक्त किया है।

ई. अबूबकर ने आज मीडिया को जारी बयान में कहा कि मौलाना ईसा मंबई इस्लामी विद्वान और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में एक बेहतरीन ज़िंदगी गुज़ारने के बाद, इस संसार को अलविदा कह गए। वह केरल राज्य के प्रसिद्ध उलेमा में से एक थे और राज्य के विभिन्न हिस्सों के छात्रों की एक बड़ी संख्या ने उनसे शिक्षा प्राप्त की है।

मौलाना ने केवल पढ़ने पढ़ाने तक खुद को सीमित नहीं किया, बल्कि वह अपनी आखरी सांस तक ‘सशक्त इमाम, सशक्त समुदाय’ जैसे बड़े उद्देश्य के लिए काम करते रहे। अपनी उम्र और खराब सेहत को उन्होंने कभी अपने मकसद की प्राप्ती में रूकावट नहीं बनने दिया। वह न्याय के एक योद्धा की तरह, कमज़ोर वर्गोंे के अधिकारों के लिए हमेशा खड़े नज़र आए।

उन्होंने उलेमाओं की महान रिवायत को बरक़रार रखते हुए बेख़ौफ होकर सत्ताधारियों के सामने सच्चाई की आवाज़ बुलंद की और पैग़म्बर (स0) की कथनी के अनुसार उन्होंने एक ऐसे मोमिन की ज़िंदगी गुज़ारी, जिसकी मौत के समय उसके माथे पर पसीना होता है। उनका जीवन उलेमाओं और आम लोगों दोनों के लिए नमूना है।

ई. अबूबकर ने उनके परिवार और अन्य परिजनों के साथ गहरी संवेदना व्यक्त की और उनके लिए अल्लाह से कामयाबी की प्रार्थना की।