म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों का फिर ढाए जा रहे जुल्म, यूएन ने जतायी चिंता

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संयुक्त राष्ट्र संघ ने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ दमन की नई लहर शुरु होने पर चिंता जतायी है।

सीएनएन के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा है कि म्यांमार में सैनिकों के हाथों दमन की नई लहर की वजह से 2017 की तरह इस वर्ष 7 लाख से ज़्यादा मुसलमान फ़रार कर सकते हैं।

म्यांमार सरकार ने वर्ष 2017 में पुलिस चौकियों पर हमले के बहाने रोहिंग्या मुसलमानों को निशाना बनाया था और संयुक्त राष्ट्र संघ ने म्यांमार के सैनिकों के चरमपंथी बौद्धधर्मियों के साथ मिलकर रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ हमले को, जातीय सफ़ाया बताया था।

म्यांमार के पश्चिमी प्रांत राख़ीन में पिछले डेढ़ साल में रोहिंग्या मुसलमानों पर म्यांमार के सैनिकों और चरमपंथी बौद्धधर्मियों के हमले में 6000 से ज़्यादा मुसलमान मारे गए, 8000 घायल हुए और 10 लाख से ज़्यादा बेघर हुए।