यमन में शांति बहाल की कोशिशों में ब्रिटेन पर नहीं कर रहे हैं लोग भरोसा!

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यमन की उच्च क्रांति परिषद के प्रमुख ने अल-हुदैदा शांति समझौते के बारे में ब्रिटिश विदेश मंत्री के बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि ब्रिटेन यमनी जनता पर हो रहे अत्याचारों में भागीदार है।

शुक्रवार को मोहम्मद अली अल-हौसी ने कहा, ब्रिटिश विदेश मंत्री जरमी हंट सुरक्षा परिषद में अमरीकी और इस्राईली योजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। ग़ौरतलब है कि जरमी हंट ने ट्वीट करके मांग की है कि यमनी सैनिक और स्वयं सेवी बल अल-हुदैदा बंदरगाह से बाहर निकल जाएं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, अल-हौसी का कहना था कि ब्रिटेन ने साबित कर दिया है कि यमन संकट में वह निष्पक्ष नहीं है औप इसके समाधान में मध्यस्थता के योग्य नहीं है। हंट ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया है कि जब शुक्रवार को उन्होंने ओमान में अंसारुल्लाह के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुस्सलाम से स्टाकहोम शांति समझौते के बारे में विचार विमर्श किया था।