यहूदियों में क्यों हड़कंप मचा हुआ है?, क्या इजरायल के खात्मे का वक्त आ गया है?

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इस्राईलियों ने हालिया वर्षों में अर्जेंटीना और चिली के बीच में स्थित पेटागोनिया इलाक़े में बड़े पैमाने पर ज़मीनें ख़रीदना शुरू कर दी हैं।
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि पेटागोनिया में इस्राईलियों के ज़मीन ख़रीदने का मुख्य कारण, ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई की उस भविष्यवाणी का नतीजा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 25 साल बाद इस्राईल का कोई अस्तित्व नहीं रहेगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि मध्यपूर्व में बन रहे नए समीकरणों को देखते हुए इस्राईल ईरान के वरिष्ठ नेता की इस भविष्यवाणी को गंभीरता से ले रहा है और उसने यहूदियों के लिए एक नए इलाक़े की खोज शुरू कर दी है।

अर्जेंटीना के सूत्रों ने पेटागोनिया में इस्राईलियों द्वारा ज़मीनें ख़रीदे जाने की पुष्टि की है। सूत्रों का कहना है कि ब्रिटेन की ख़ुफ़िया एजेंसी की मदद से ज़ायोनी शासन यह ज़मीनें ख़रीद रहा है।

हाल ही में अर्जेंटीना की मीडिया में यह ख़बर छाई रही थी कि ब्रिटेन के अरबपति व्यवसायी जो ल्यो ने इस्राईलियों के लिए पेटागोनिया में काफ़ी बड़ा इलाक़ा ख़रीदा है।

अर्जेंटीना मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक़, इस ब्रिटिश अरबपति ने दक्षिण अमरीका के इस इलाक़े में जो इलाक़ा ख़रीदा है, उसका क्षेत्रफल फ़िलिस्तीन में इस्राईली क़ब्ज़े वाले इलाक़े से कहीं बड़ा है।

अधिकांश ज़मीने पेटागोनिया के टीयेरा डेल फ़्यूगो इलाक़े में ख़रीदी गई हैं और ब्रिटिश अरबपति कि जो एक यहूदी हैं, लैगो इस्कोन्डिडो इलाक़े में भी बड़े पैमाने पर ज़मीनें ख़रीदने की योजना बना रहे हैं।

ब्रिटिश साम्राज्य ने 19वीं शताब्दी में दुनिया भर के यहूदियों को किसी एक इलाक़े में आबाद करने की योजना बनाई थी और इसके लिए युगांडा, अर्जेंटीना और फ़िलिस्तीन को चिन्हित किया था। आख़िरकार फ़िलिस्तीनियों की ज़मीनों पर क़ब्ज़ा करके और उन्हें उनके घरों से बाहर निकालकर आज के इस्राईल का अवैध गठन किया गया।

इसके बावजूद, मध्यपूर्व की परिस्थितियों के मद्देनज़र इस्राईली अधिकारी ने एक वैकल्पिक इलाक़े को भी नज़र में रखा है, ताकि अगर ज़ायोनियों को यहां से भागना पड़े तो उन्हें उस इलाक़े में बसाया जा सके।

पेटागोनिया में इस्राईलियों को आबाद करने की योजना को प्लान एंडिनिया नाम दिया गया है। कहा जा रहा है कि इलाक़े की जटिल परिस्थितियों को देखते हुए कुछ इस्राईलियों ने तो पलायन शुरू भी कर दिया है। इस्राईली अख़बार यरूशलम पोस्ट ने भी अपने एक लेख में इसका उल्लेख किया है।

साभार- ‘parstoday.com’