यूएई में अब भारतीय डिग्रियों को मिलेगा समान दर्ज़ा, नौकरी होगी आसान

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यूएई सरकार सभी भारतीय डिग्री को समान दर्जा देगी। हालांकि, ऐसा करने से पूर्व यूएई सरकार यह देखेगी कि उसके निर्धारित मानदंड पूरा हो रहे हैं या नहीं। मानदंडों से मेल खाती डिग्रियों को ही समकक्ष मान्यता मिलेगीँ इससे खाड़ी देश में नौकरी पाने में अब काफी सुविधा होगी।
बता दें कि भारतीय राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने यूएई के शिक्षा मंत्री हुसैन बिन इब्राहिम से पिछले हफ्ते मुलाकात की थी।

इसमें भारतीय डिग्रीधारियों के साथ आने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई। भारतीय दूतावास, अबू धाबी से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अबू धाबी भारतीय समुदाय को सूचित करने में प्रसन्न है कि उपरोक्त चर्चाओं के बाद, संयुक्त अरब अमीरात के शिक्षा मंत्रालय ने अधिसूचित किया कि उसे उन सभी डिग्री के समकक्षता से कोई आपत्ति नहीं है जो अन्य सभी प्रमाणपत्र संबंधी मानदंडों को पूरा करती हैं।

समीक्षा के बाद जारी किए जाएंगे समकक्षता प्रमाण पत्र

यूएई शिक्षा मंत्रालय ने यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन द्वारा जारी ‘एक्शन प्लान फॉर एकेडमिक एंड एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स’ के माध्यम से इसकी समीक्षा की। इसमें स्पष्ट किया गया कि कुछ भारतीय मार्कशीट में बाहरी शब्द मूल्यांकन के तरीके को दर्शाता है, जगह को नहीं। उन्होंने कहा, जिन आवेदनों को पहले खारिज कर दिया गया है, उनकी भी समीक्षा की जाएगी और अन्य सभी प्रमाणपत्र समकक्षता शर्तों को पूरा करने के बाद समकक्षता पत्र जारी किए जाएंगे।

कुल आबादी के 30 प्रतिशत को राहत

बता दें भारतीय समुदाय यूएई का सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है। लगभग 3.3 मिलियन गैर-निवासी भारतीय खाड़ी देश की कुल आबादी का लगभग 30 प्रतिशत हैं। यह सुविधा मिलने से भारतीय डिग्रीधारियों को काफी सहूलियत होगी।  संयुक्त अरब अमीरात के शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय दूतावास के अधिकारी को आगे बताया कि इस तरह के सभी अनुप्रयोगों पर धीरे-धीरे काम किया जा रहा है।