यूपी में मुस्लिम मतदाता किसके साथ?, गठबंधन से मुस्लिमों को क्या होगा फायदा?

   

उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदलने लगे हैं, राजनीतिक दल राज्य के हर तबके का वोट साधने में जुट गए हैं।

देशभर में उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला राज्य है और यहां पर मुसलमान वोटों की संख्या भी अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि सपा और बसपा के गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश का मुस्लिम वोटर किसे चुनेगा? इसी सवाल का उत्तर जानने के लिए India TV CNX ने ओपिनियन पोल किया है।

ओपिनियन पोल के नतीजे काफी चौंकाने वाले है, ओपिनियन पोल के मुताबिक सपा और बसपा के गठबंधन होने के बाद ज्यादातर मुस्लिम मतदाता उनके गठबंधन के साथ जा सकते हैं, इनके अलावा कांग्रेस के साथ भी अच्छी संख्या में मुस्लिम वोटर बने रह सकते है। लेकिन भाजपा और राष्ट्रीय लोक दल के साथ अधिक मुस्लिम मतदाता जाने का अनुमान नहीं है।

ओपिनियन पोल के मुताबिक बसपा और सपा गठबंधन के साथ 60 प्रतिशत मुस्लिम वोटर जा सकते हैं जबकि 35 प्रतिशत मुस्लिम वोटर कांग्रेस के साथ जाने का अनुमान है।

भाजपा को 2014 के चुनाव में लगभग 8 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिला था और ओपिनियन पोल के मुताबिक इस बार भाजपा को सिर्फ 3 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिलने का अनुमान है जबकि राष्ट्रीय लोक दल को 2 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिलने का अनुमान है।

2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में कुल 13,88,10,557 मतदाता थे जिनमें से 57.99 प्रतिशत यानि 8,05,00,789 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। इनमें से भारतीय जनता पार्टी को 42.63 प्रतिशत यानि 3,43,18,854 वोट मिले थे जबकि BSP को 1,59,14,194 और और SP को 1,79,88,967 वोट मिले थे। यानि BSP और SP को वोटों को मिला लिया जाए तो 3,39,03,161 वोट बनते हैं जो भाजपा को मिले वोटों से 415693 कम है।

साभार- ‘इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम’