बसपा प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के करीब पहुंच गए हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. बताया जा रहा है कि जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा भी हो सकती है.

सपा के सूत्रों ने बताया कि यादव ने प्रस्तावित गठबंधन के अंतिम पहलुओं पर चर्चा करने के लिए यहां मायावती से मुलाकात की. हालांकि दोनों पार्टियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन सूत्रों का दावा है कि उत्तर प्रदेश की ये दोनों पार्टियां 37-37 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.

80 सीटों का समीकरण
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं. सूत्रों ने बताया कि शेष सीटों को कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल और अन्य छोटी पार्टियों के लिए छोड़ा जाएगा. लेकिन गणित के हिसाब से देखा जाए तो इसके बाद दो ही सीटें बचती हैं. कांग्रेस के पास दो सीट अमेठी और रायबरेली है.

मायावती के जन्मदिन पर हो जाएगी आधिकारिक घोषणा
सीटों के इस गणित के हिसाब से सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस अमेठी और रायबरेली से ही सिर्फ लड़ेगी? इसके साथ ही राष्ट्रीय लोकदल का क्या सीन होगा इस पर चर्चा शुरू हो गई है. वहीं, शिवपाल यादव भी अपनी पार्टी के साथ बीजेपी के खिलाफ मैदान में उतरने की बात कर रहे हैं. हालांकि, बताया जा रहा है कि मायावती के जन्मदिन 15 जनवरी तक आधिकारिक घोषणा हो जाएगी.