यूरोपीय संघ में मोस्ट कोविड वैक्स भारतीय वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी

   

ब्रुसेल्स, 13 मई । यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी (ईएमए) के एक अधिकारी ने कहा कि कोविड 19 के अधिकांश टीके वर्तमान में यूरोपीय संघ (ईयू) में इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जो भारत में पहले पहचाने जाने वाले वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मार्को कैवेलरी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि मैसेंजर आरएनए के टीके वैरियंट के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा की गारंटी देंगे।

कैवेलरी ने कहा, डेटा इस तथ्य पर आश्वस्त करता है कि कम से कम मैसेंजर आरएनए टीके इस संस्करण को बेअसर कर सकेंगे।

वायरल वेक्टर के टीके के बारे में, हम वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी होने की उम्मीद कर रहे हैं।

साथ ही हम भारत में वास्तविक दुनिया के आंकड़ों से अधिक सबूत इकट्ठा कर रहे हैं, जहां एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का एक संस्करण उपयोग में है, ताकि यह समझ हो सके कि यह टीका किस हद तक रक्षा कर रहा है।

कैवेलरी ने कहा, अब तक समग्र रूप से पूरी तरह आश्वस्त हैं कि ये टीके आमतौर पर वेरिएंट को कवर करेंगे।

ईएमए से सशर्त विपणन प्राधिकरण दिए जाने के बाद वर्तमान में यूरोपीय संघ में चार टीकों का उपयोग किया जा रहा है।

बायोटेक, फाइजर और मोर्डना के टीके मैसेंजर आरएनए तकनीक का उपयोग करते हैं, जबकि एस्ट्राजेनिका और जॉनसन एंड जॉनसन वायरल वेक्टर तकनीक का उपयोग करते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बी1617 का नाम भारतीय संस्करण 44 देशों में फैल गया है।

सोमवार को डब्ल्यूएचओ ने इसे एक चिंता का विषय बताया।

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