योगी की सभा में दिखे मॉब-लिंचिंग के आरोपी तो बोले जदयू नेता ने कही बड़ी बात !

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राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में भाजपा की प्रमुख सहयोगी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड/जदयू) ने सोमवार को कहा कि उच्च पदों पर बैठे नेताओं को गंभीर आपराधिक आरोपों से घिरे व्यक्तियों के साथ नहीं दिखना चाहिए. यही नहीं, जदयू ने भाजपा को चुनाव में वोट मांगने के मामले पर भी सलाह दी. पार्टी ने कहा कि सत्ताधारी राजग को बीते पांच वर्षों में नरेंद्र मोदी सरकार के काम के आधार पर वोट मांगना चाहिए.

दरअसल, जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने यह सलाह उन खबरों को लेकर दी है, जिसमें कहा गया है कि बीते दिनों यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नोएडा में हुई सभा में अखलाक हत्याकांड से जुड़े आरोपी दिखे थे. रविवार को योगी आदित्यनाथ की सभा नोएडा के बिसाहड़ा गांव में हुई थी. यह गांव दादरी इलाके में पड़ता है, जहां 2015 में अखलाक को पीट-पीटकर मार डाला गया था. इस हत्याकांड के कुछ आरोपियों के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में आगे की कुर्सी पर बैठे रहने की खबरें आई थीं. जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने इन खबरों को लेकर दी गई अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि यह जनता के लिए अच्छा संकेत नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘‘लोग सार्वजनिक जीवन में उन लोगों के जुड़ाव को देखते हैं. उच्च पदों पर बैठे नेता गंभीर आपराधिक आरोपों का सामना करने वालों के साथ नहीं दिखने चाहिए.’’ आपको बता दें कि वर्ष 2015 में मोहम्मद अखलाक को बिसाहड़ा स्थित अपने घर में कथित रूप से गोमांस रखने के लिए पीट-पीटकर मार डाला गया था.

खबरों में कहा गया है कि मामले में हत्या के आरोप का सामना करने वाले कुछ आरोपी आदित्यनाथ की चुनावी सभा में आगे की पंक्ति में बैठे थे. त्यागी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा नीत गठबंधन को विकास के मुद्दे पर जीत दिलायी थी और उस समय सामाजिक टकराव तेज करने का कोई प्रयास नहीं किया गया. उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद फिर से मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी. त्यागी ने भाजपा को यह सलाह भी दी है कि वह बीते पांच वर्षों में पीएम मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों के आधार पर जनता से वोट मांगे.