रथयात्रा: सेवादार निकला कोविड-19 पॉजिटिव!

   

सुप्रीम कोर्ट  से इजाजत के बाद ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो चुकी है।

 

हिमाचल अभी अभी पर छपी खबर के अनुसार, इससे पहले गुजरात हाई कोर्ट ने कोरोना महामारी को देखते हुए इस यात्रा पर रोक लगाई थी, लेकिन इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर परिसर में ही यात्रा निकालने की अनुमति दी गई थी।

 

 

इस फैसले के बाद रथयात्रा मंदिर परिसर में होगी। इस सब के बीच एक सेवादार का कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव आया है।

 

सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद ही यात्रा में शामिल होने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कहा गया था।

 

बता दें, कोरोना पॉजिटिव पाए गए सेवादार को रथ यात्रा में शामिल होने नहीं दिया गया है।

 

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 18 जून को आदेश दिया था कि कोरोना वायरस महामारी के बीच इस वर्ष भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं होगी।

 

लेकिन इसके बाद चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने नौ दिवसीय उत्सव के दौरान पुरी में कर्फ्यू लगाने सहित कई शर्तें लगाईं, और जगन्नाथ मंदिर प्रशासन समिति और ओडिशा सरकार को उनका कड़ाई से पालन करने के लिए कहा है।

 

 

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कुछ नियमों के साथ वार्षिक रथ यात्रा को आयोजित करने की अनुमति दी है।

 

 

कोर्ट के आदेशों के बाद इस रथ यात्रा में 500 से अधिक लोगों को रथ खींचने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

 

 

इसके अलावा पूरी में सोमवार रात आठ बजे से कर्फ्यू भी लागू कर दिया गया है। इस दौरान को घरों से निकलने की मनाही रहेगी।

 

इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी यात्रा के लिए बधाई दी है।