राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे शरद यादव चुनाव

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लोकसभा चुनाव में एनडीए को पटखनी देने के लिए तैयार महागठबंधन के बीच सीटों के बटवारे का फाॅर्मूला तैयार हो गया है।
जदयू से बाहर हुए शरद यादव राजद के चुनाव चिह्न लालटेन पर मधेपुरा से उम्मीदवार होंगे। सन आॅफ मल्लाह की झोली में तीन सीटें आयेंगी महागठबंधन में उनकी वीआइपी को कम-से-कम तीन सीटें दी जायेगी।

एनडीए की सीटों के ऐलान के बाद महागठबंधन के नेता इसकी घोषणा करेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राजद ने कांग्रेस को यह बता दिया है कि दिल्ली की राजनीति वह संभाले। लेकिन, बिहार को लालू प्रसाद की पार्टी ही चलायेगी। लेकिन, छोटी-छोटी पार्टियों की कीमत पर कांग्रेस के साथ तालमेल नहीं होगा।

इसका मतलब यह हुआ कि राजद बिहार की चालीस सीटों में से कम-से-कम 20 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी. 20 सीटों से कम पर कोई समझौता नहीं होगा। 10 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। मांझी की पार्टी को एक सीट मिलेगी।

उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को चार से पांच सीटें दी जायेगी। मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी को तीन सीटें मिलेंगी। वाम दलों में एक मात्र भाकपा-माले के साथ समझौता होगा। भाकपा-माले को आरा की सीट दी जा सकती है।

जबकि, राजद दरभंगा और मधुबनी में खुद चुनाव मैदान में उतरेगा। दरभंगा से अब्दुल बारी सिद्दीकी इस बार राजद के उम्मीदवार होंगे। जबकि, पूर्व के उम्मीदवार मो फातमी को इस बार मधुबनी से पार्टी चुनाव मैदान में उतार सकती है।

बेगूसराय की सीट पर राजद के तनवीर हुसैन काे प्रत्याशी बनाया जायेगा। यहां पिछले चुनाव में तनवीर महज कुछ मतों के अंतराल से चुनाव हार गये थे। पार्टी ने भाकपा को साफ कर दिया है कि बेगूसराय की सीट पर कोई समझौता नहीं होगा।

भाकपा दूसरी सीट चाहे तो इस पर विचार हो सकता है। छपरा व पाटलिपुत्र की सीट लालू परिवार के पास ही रहेगी। उम्मीद की जा रही है कि छपरा की सीट पर पूर्व की भांति राबड़ी देवी ही उम्मीदवार होंगी। जबकि, पाटलिपुत्र की सीट पर मीसा भारती के नाम की चर्चा है। पटना साहिब की सीट शत्रुघ्न सिन्हा के उपर निर्भर है। राजद पूरी तरह शत्रु के साथ खड़ा है. राजद को उनके अगले कदम का इंतजार है।