नई दिल्ली :रमजान के समय प्रस्तावित लोकसभा चुनावों को लेकर चल रही राजनीतिक बयानबाजी पर असदुद्दीन ओवैसी ने राजनीतिक दलों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इस पूरे विवाद की कोई जरूरत ही नहीं है. मैं राजनीतिक दलों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी कारण से खुद के फायदे के लिए मुस्लिम समुदाय और रमजान का इस्तेमाल ना करें. उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान मुस्लिमों के मतदान में कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम रमजान के महीने में जरूर रोजा रखेंगे. वे इस दौरान सामान्य जीवन जीते हैं. वे ऑफिस भी जाते हैं. यहां तक कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी रोजा रखता है. उन्होंने कहा, ‘मेरा आकलन है कि रमजान के महीने में अधिक मत प्रतिशत सामने आएगा.’
बता दें कि 11 अप्रैल से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम के दौरान रमजान का महीना भी पड़ेगा. चुनाव आयोग की ओर से रविवार को घोषित किए गए लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम पर तृणमूल कांग्रेस के नेता और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने चुनावों को लेकर बीजेपी पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नहीं चाहती कि अल्पसंख्यक मतदान करें. इसलिए रमजान के दौरान रोजे का ख्यान नहीं रखा गया है. लेकिन हम चिंतित नहीं हैं. हम वोट डालेंगे.