राज्यपाल कल्याण सिंह ने बीजेपी और मोदी के समर्थन में दिया बयान, संवैधानिक पद की मर्यादा पर उठे सवाल

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आम चुनाव 2019 की तारीखों के ऐलान के बाद अब जबकि पहले चरण के मतदान में बीस दिन से भी कम बचे हैं, तो राजनीतिक हलचल बहुत तेज हो गई है। ऐसे में लोग जोश में होश खोते भी दिख रहे हैं। इस बीच एक वरिष्ठ राजनेता और राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने एक ऐसा विवादित बयान दे दिया कि राज्यपाल पद की मर्यादा पर ही सवाल उठने लगे हैं।

‘हम सभी चाहते हैं भाजपा फिर बनाए सरकार’

23 मार्च को अलीगढ़ में कल्याण सिंह ने कहा था कि हम सब लोग भारतीय जनता पार्टी के  कार्यकर्ता हैं और हम सभी  चाहते हैं कि आम चुनाव 2019 में भाजपा एक बार फिर  सरकार बनाए। उन्होंने कहा था कि हम सब चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनें। यह देश के लिए महत्वपूर्ण है।

विपक्ष ने साधा निशाना

खबरों के अनुसार, कल्याण सिंह के इस बयान के आने के बाद से ही कांग्रेस समेत विपक्षी दल निशाना साधते हुए संवैधानिकता का सवाल उठा रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कहा कि किसी राज्य का राज्यपाल एक संवैधानिक पद को संभालता है। वह किसी पार्टी का कार्यकर्ता नहीं होता है। लेकिन जिस तरह से राजनीतिक शख्सियत के तौर पर कल्याण सिंह ने बयान दिया है वह एकदम राजनीतिक है और उन्हें या तो इस तरह के बयानों से बचना चाहिए या इस्तीफा दे देना चाहिए। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि कल्याण सिंह ने क्या कहा था।

क्या कहा कल्याण सिंह ने

कल्याण सिंह ने कहा था कि पिछले पांच वर्षों में पीएम मोदी की अगुआई में देश ने कई नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं। देश ने इस बीच न केवल घरेलू मुद्दों पर बेहतर प्रदर्शन किया है बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर देश की साख बढ़ी है। आतंकवाद के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने जिस तरह की नीति अपनाई वह सबके सामने है। अब साफ हो चुका है कि सरकार कूटनीतिक तरीकों के साथ ही  सैन्य बल के जरिए आतंकवाद का खात्मा करने में भी पीछे नहीं हटेगी और इसका श्रेय मौजूदा मोदी सरकार को जाता है।

कल्याण सिंह बीते शनिवार को अलीगढ़ पहुंचे थे। यहां उन्होंने लोकसभा सीट से घोषित भाजपा प्रत्याशी सांसद सतीश गौतम को लेकर चल रहे विरोध के दौरान कार्यकर्ताओं से ये बात कही।

सतीश गौतम का हो रहा विरोध

दरअसल, भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने अलीगढ़ के मौजूदा सांसद सतीश गौतम पर भरोसा जताते हुए उन्हें फिर से उम्मीदवार घोषित किया है। लेकिन क्षेत्र में उनकी उम्मीदवारी का जमकर विरोध हो रहा है। नाराज कार्यकर्ताओं का कहना था कि पार्टी ने जिसे प्रत्याशी घोषित किया है, वह कभी क्षेत्र में आए ही नहीं।

शनिवार को कल्याण सिंह जब अलीगढ़ में राज पैलेस ठहरे हुए थे। उसी दौरान नाराज कार्यकर्ताओं ने सांसद सतीश गौतम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जब बहुत देर तक नारेबाजी बंद नहीं हुई तो कल्याण सिंह बाहर आए और उन्होंने कार्यकर्ताओं को शांत करते हुए उन्हें पार्टी ने जो निर्णय किया है, उसका सम्मान करने और उसे स्वीकार करने की नसीहत दी।

इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सभी लोग भाजपा के कार्यकर्ता हैं। इस नाते से हम जरूर चाहेंगे कि भाजपा विजयी हो और केन्द्र में नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनें। राजस्‍थान के राज्यपाल ने साथ में यह भी जोड़ा कि संवैधानिक पद पर होने के चलते इससे ज्यादा कुछ नहीं बोला जा सकता है।