राम मंदिर निर्माण के लिए वसीम रिजवी ने 51 हजार रुपये देने की घोषणा की

   

उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 51 हजार रुपये देने की घोषणा की. गुरुवार को जारी एक प्रेस रिलीज में रिजवी ने कहा कि बोर्ड ने मंदिर का समर्थन किया है. रिजवी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का जो फैसला आया है वही एक अकेला रास्ता था जिससे यह मामला सुलझ सकता था. अब हिन्दुस्तान में राम जन्मभूमि के स्थान पर दुनिया का सबसे सुंदर राम मंदिर बनाने की तैयारी हो रही है.

उन्होंने कहा, ‘इमामे हिंद, भगवान श्रीराम, जो हम सभी मुसलमानों के भी पूर्वज हैं, उनके राम मंदिर निर्माण के लिए वसीम रिजवी फिल्मस द्वारा 51 हजार रुपये की भेंट राम जन्म भूमि न्यास को मंदिर निर्माण के लिए दी जा रही है.’ बयान में कहा गया कि भविष्य में जब भी राम मंदिर का निर्माण होगा शिया वक्फ बोर्ड की तरफ से उसमें भी मदद की जाएगी. उन्होंने साथ ही कहा कि अयोध्या में राम मंदिर पूरी दुनिया के साथ ही भारत में भी ‘रामभक्तों’ के लिए गर्व का मामला है.

उधर, देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि अयोध्या मामले में फैसला सुनाते हुए उच्चतम न्यायालय ने जो पांच एकड़ भूमि मस्जिद के लिए दी है, उसे सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को नहीं लेना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह फैसला कानून के कई जानकारों की समझ से बाहर है. मदनी ने कहा, ‘हम बार बार कहते थे कि कानून और सबूत की बुनियाद पर जो भी फैसला आएगा, उसे सम्मान की नजर से देखेंगे, लेकिन यह अजीबोगरीब इत्तेफाक है कि फैसले में कुछ ऐसी सूरत है जो कानून के बड़े जानकारों की समझ से बाहर है.’