राम मंदिर मुद्दे पर मध्यस्थता का सवाल ही नहीं उठता है- सुब्रमण्यम स्वामी

   

भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि भाजपा को जनता के बीच जाकर राम मंदिर नहीं बनाए जाने पर कहना चाहिए कि माफ कर दो एक बार फिर एक बार मोदी सरकार।

उन्होंने कहा है कि राम मंदिर तो वहीं बनेगा। मस्जिद उस जगह बननी चाहिए जहां मुसलमान है। मस्जिद हटाया जा सकता है किन्तु मंदिर नहीं।

उन्होंने कहा है कि जनता का मूड 2019 में निर्णायक सरकार देने का है। इस चुनाव में भाजपा के राष्ट्रवाद की लहर है। स्वामी ने कहा है कि राम मंदिर मुद्दे पर मध्यस्थता का सवाल ही नहीं उठता है।

न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि राम जी जहां जन्मे थे, वहां मंदिर बनाना आस्था का प्रश्न है। संविधान में भी लिखा है लिबर्टी ऑफ फेथ। ये मूलभूत अधिकार है। इसे चुनौती नहीं दी जा सकती है।

स्वामी ने कांग्रेस की न्याय योजना पर बिन देते हुए कहा है कि इसमें कोई गणित नहीं है। वे पैसा कहां से लाएंगे? कुल 4 लाख करोड़ लगेगा, ये पैसा कहां से आएगा? वो टैक्स लगाएंगे? इसमें कोई योजना नहीं है।