रेखा ने कोरोना टेस्ट कराने से किया इनकार, घर को सैनिटाइज करने आई टीम को वापस भेजा

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देश में हर रोज कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है। महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा जूझ रहा है। रेखा के बंगले के गार्ड के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उस इलाके में चार अन्य बंगलों के वॉचमैन की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इसके बाद उन सभी को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएसी) के कोविड सेंटर में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि ये लोग रोज एक-दूसरे से मिलते थे, जिसकी वजह से संक्रमित हो गए। इस बीच रेखा ने कोरोना टेस्ट कराने से इनकार करते हुए खुद को अपने घर में क्वारैंटाइन कर लिया है। रेखा के बंगले के सिक्योरिटी गार्ड के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उनका, उनकी मैनेजर फरजाना और घर के चार अन्य कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट होना था, लेकिन जब बीएमसी की टीम इसके लिए उनके घर पहुंची तो किसी ने दरवाजा ही नहीं खोला।

 

एक न्यूज चैनल के मुताबिक बीएमसी की टीम ने जब बंगले का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से रेखा की मैनेजर ने उनके आने की वजह पूछी। टीम ने जब बताया कि वे उनका कोरोना टेस्ट करने आए हैं, तो फरजाना ने कहा कि आप मेरा नंबर ले लीजिए और हम इस बारे में बाद में बात करेंगे। बीएमसी के वेस्ट वार्ड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय फुदे ने फरजाना को फोन किया तो उन्होंने बताया कि रेखा फिट होने के साथ ही पूरी तरह से स्वस्थ भी हैं और अपना काम बिल्कुल अच्छे से कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वे किसी के संपर्क में नहीं आई थीं, इसलिए वे अपना टेस्ट नहीं कराना चाहतीं।

 

इसके बाद बीएमसी ने रेखा के घर को सैनिटाइज करने के लिए एक नई टीम भेजी। उन्होंने घर के अंदर जाने की कोशिश की, इस बार भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद टीम केवल घर के बाहरी हिस्से और उसके आसपास के इलाके, जिसमें सिक्योरिटी गार्ड का केबिन भी आता है, उसे सैनिटाइज करके लौट गई। रिपोर्ट के मुताबिक बीएमसी के अधिकारी ने कहा कि रेखा घर से बाहर ज्यादा नहीं निकलतीं और न ही किसी से मिलती हैं, लेकिन सावधानियां बरतने में कोई हर्ज नहीं है। उनके लिए कोविड-19 टेस्ट कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि एक तो ये कानून के तहत आता है। ये हर उस व्यक्ति के लिए अनिवार्य है, जो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हो।

 

आपको बताते चले कि रेखा का बंगला ‘सी-स्प्रिंग्स’ बांद्रा के बैंड स्टैंड इलाके में है, जिसके बाहर दो सिक्योरिटी गार्ड हमेशा तैनात रहते हैं। इनमें से एक गार्ड की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। खबर आने के बाद बीएमसी ने बंगले को सील कर इसे कंटेनमेंट जोन बना दिया था।