रोहिंग्या मुसलमानों के संबंधित अन्नान परिषद की सिफ़ारिश को लागू करे म्यांमार- संयुक्त राष्ट्र संघ

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संयुक्त राष्ट्र संघ ने म्यांमार सरकार से रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में अन्नान परिषद की सिफ़ारिश को लागू करने पर बल दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने म्यांमार सरकार पर रोहिंग्या संकट के संबंध में गठित पैनल की सिफ़ारिशों को लागू करने पर बल दिया है।

यह पैनल संयुक्त राष्ट्र संघ के भूतपूर्व महासचिव दिवंगत कोफ़ी अन्नान की अध्यक्षता में बना था। इस पैनल ने पीड़ित रोहिंग्या मुसलमानों के एक स्थान से दूसरे स्थान जाने की आज़ादी और शिक्षा हासिल करने के अधिकार पर बल दिया था।

म्यांमार की राजधानी नेपीदाउ में एक फ़ोरम को सोमवार को संबोधित करते हुए यूनिसेफ़ प्रमुख हेनरेटा फ़ोर ने म्यांमार में रोहिंग्या बच्चों की स्थिति का दयनीय आंकलन पेश किया। इन बच्चों की बड़ी तादाद अपने मां बाप के साथ पड़ोसी देश बंग्लादेश फ़रार करने पर मजबूर हुयी है।

फ़ोर ने कहा कि म्यांमार में सरकार द्वारा प्रायोजित हिंसा की वजह से शरण लेने पर मजबूर हुए लोगों के सामने ख़तरे हैं और जो अभी भी म्यांमार में हैं उनकी उचित शिक्षा तक पहुंच नहीं है।

हेनरेटा फ़ोर ने कहा कि पड़ोसी देश बंग्लादेश में रोहिंग्या बच्चे बहुत ही दयनीय स्थिति में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि म्यांमार सरकार ने बंग्लादेश से शरणार्थियों की वापसी के लिए अब तक अनुकूल हालात नहीं बनाए हैं।

उन्होंने कहाः “हम उनकी सुरक्षित व सम्मानित वतन वापसी के लिए ज़रूरी क़दम उठाने पर बल देते हैं ताकि उनके अधिकारों का सम्मान हो और वे अपने पड़ोसियों के साथ शांति के साथ रह सकें।”

parstoday.com के मुताबिक, यूनिसेफ़ प्रमुख ने बल दिया कि इस तरक के क़दम बंग्लादेश से शरणार्थियों की वापसी के लिए उचित हालात बनाने की दिशा में भी प्रभावी होंगे।