लगातार बढ़ती जा रही है मुस्लिमों में इजरायल के खिलाफ़ नफ़रत, हो सकती है मुश्किल!

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जॉर्डन ट्रेड यूनियनों ने इस्राईली झंडे को पायदान या ‘डोरमैट’ के रूप में इस्तेमाल करने का फ़ैसला लेकर तेल-अवीव की अत्याचारपूर्ण नीतियों के विरुद्ध आवाज़ उठाई है।

इस्राईली अख़बार हारेट्ज़ की रिपोर्ट के मुताबिक़, जॉर्डन की प्रोफ़ेशनल यूनियन्स एसोसिएशन ने अपने सभी कार्यालयों के प्रत्येक प्रवेश द्वार पर इस्राईली झंडे रखने का फ़ैसला लिया है, ताकि आने जाने वाले लोग इन इस्राईली झंडे पर जूते रखकर आगे बढ़ें।

रिपोर्ट के मुताबिक़, पिछले हफ़्ते इस्राईल ने चलने पर आपत्ति ग पर चलने के लिएार मंत्री जुमाईल की उस आपत्ति के बाद लिया गया है, जिसमें उसने जॉर्डन की राजधानी अम्मान में इंजॉर्डन की राजधानी अम्मान में इंजीनियर्स बिल्डिंग के प्रवेश द्वार पर बने इस्राईली फ़्लैग पर जॉर्डन की दूरसंचार मंत्री जुमाना ग़ुनैमत के चलने की तस्वीर मीडिया में आने के बाद आपत्ति जताई थी।

इस्राईल के इसी विरोध पर प्रतिक्रिया स्वरूप जॉर्डन की ट्रेड यूनियनों ने यह फ़ैसला लिया है। इस्राईल ने इस तस्वीर को एक अपमानजनक कृत्य क़रार देते हुए तेल-अवीव में जॉर्डन के दूत मोहम्मद हमीद को तलब करके स्पष्टीकरण मांगा था।

जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद क़तरनेह ने इस्राईल की इस आपत्ति का जवाब देते हुए कहा था कि यह मुद्दा एक निजी इमारत से संबंधित है, इसलिए सरकार इस बारे में कुछ नहीं कर सकती।

यूनियन के अधिकारियों का कहना है कि फ़िलिस्तीनी इलाक़ों पर इस्राईल के क़ब्ज़े पर विरोध जताने के लिए यह फ़्लैग पिछले कई वर्षों से इस इमारत के प्रवेश द्वार पर पैंट किया हुआ है।

जॉर्डन की जनता को अम्मान सरकार द्वारा इस्राईल से संबंध सामान्य बनाने पर भी कड़ी आपत्ति है। बुधवार को जॉर्डन की संसद के उप सभापति इब्राहीम अबू अल-सैय्यद ने ट्रेड यूनिय के कार्यालयों के प्रवेश द्वार पर इस्राईली फ़्लैग रखे जाने का स्वागत किया था।

अल-सैय्यद ने वादा किया था कि वे फ़िलिस्तीनियों पर इस्राईल के अत्याचारों और उनके इलाक़ों पर क़ब्ज़ा करने के विरोध में वे भी इस्राईली फ़्लैग पर जूते रखकर चलेंगे।

साभार- ‘parstoday.com’