लॉकडाउन का मकसद नाकाम रहा- राहुल गाँधी

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहां कोरोनावायरस तेजी से बढ़ने के बावजूद लॉकडाउन हटाया जा रहा है। लॉकडाउन का मकसद फेल हो चुका है, देश इसके नतीजे भुगत रहा है। राहुल ने कहा कि चार फेज के लॉकडाउन के बाद भी वे नतीजे नहीं मिले जिनकी उम्मीद प्रधानमंत्री कर रहे थे।

‘केंद्र सरकार प्रवासियों की मदद के इंतजाम बताए’
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री पहले फ्रंट फुट पर खेल रहे थे, लेकिन लॉकडाउन फेल हुआ तो बैकफुट पर चले गए। उन्हें फिर से फ्रंट फुट पर आना चाहिए। प्रधानमंत्री और उनके प्रमुख सलाहकारों ने कहा था कि मई के आखिर तक कोरोनावायरस का असर घटने लगेगा, लेकिन ऐसा तो नहीं हो रहा। अब सरकार बताए कि आगे क्या प्लान है? लॉकडाउन खोलने की स्ट्रैटजी में प्रवासियों और राज्यों की मदद के क्या इंतजाम हैं?

‘गरीबों के हाथ में पैसा पहुंचना जरूरी’
राहुल का कहना है कि सरकार ने आर्थिक पैकेज में जो दिया, उससे कुछ नहीं होने वाला। लोगों के हाथों में पैसा पहुंचना चाहिए। आम लोगों और इंडस्ट्री को आर्थिक मदद नहीं मिली तो नतीजे खतरनाक होंगे। केंद्र को राज्यों की भी मदद करनी चाहिए। इसके बिना कांग्रेस शासित प्रदेशों को दिक्कतें आएंगी।

‘बॉर्डर के मुद्दे पर भी सरकार पारदर्शी नहीं’
चीन से चल रहे तनाव पर राहुल ने कहा कि सरकार को ये साफ बताना चाहिए कि कब-कब और क्या-क्या हुआ? नेपाल में क्या हुआ था और अब लद्दाख में क्या हो रहा है? इस बारे में अभी तक पारदर्शिता नहीं है।

दो महीने में राहुल की चौथी प्रेस कॉन्फ्रेंस
लॉकडाउन के बीते 60 दिन में ये राहुल की चौथी प्रेस कॉन्फ्रेंस थी। इस दौरान उन्होंने दो बार नेशनल मीडिया से और दो बार रीजनल मीडिया से बात की।