लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा कदम, छह राज्यों में बनेंगे नए अध्यक्ष

   

तीन राज्यों में सरकार बनने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों की तलाश शुरू हो गई है। पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक आधा दर्जन राज्यों को नए अध्यक्ष मिल सकते हैं। संसद सत्र 8 जनवरी को समाप्त हो रहा है और 11-12 को राहुल गांधी विदेश दौरे पर जा रहे हैं। उम्मीद है कि उससे पहले इसकी घोषणा हो सकती है।

राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्षों क्रमश: सचिन पायलट के उपमुख्यमंत्री, कमलनाथ के मुख्यमंत्री और भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद वहां भी प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली हो गया है। वहीं हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर का कार्यकाल पूरा हो चुका है और लंबे समय से उन्हें बदलने की बात चल रही है। वहां प्रभारी का पद खाली है।

यूपी में भी अध्यक्ष पद को बदला जाना तय है। प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं। सूत्रों की मानें तो संसद सत्र के ठीक बाद राहुल गांधी ने यूपी के नेताओं को बुलाया है। छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया यूपी जाना चाहते हैं। दिल्ली को लेकर भी लंबे समय से फैसला लंबित है।

अखिल भारतीय स्तर पर राहुल की टीम में सबसे अहम संगठन महासचिव का पद खाली हुआ है। अशोक गहलोत के सीएम बनने के बाद कई नेता इस दौड़ में हैं। इस बदलाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जानी है। 13 प्रभारियों में से कुछ को महासचिव बनाने की तैयारी है। वर्तमान में 12 महासचिव हैं, जिनमें मोतीलाल वोरा और अशोक गहलोत को छोड़कर सभी के पास राज्यों का प्रभार है।