वनडे में भारत के पास गेंदबाजी विकल्प कम

   

नई दिल्ली, 25 नवंबर । आस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज में आलराउंडर रवींद्र जडेजा को छोड़कर भारत के पास ऐसे कम ही बल्लेबाज हैं, जो गेंदबाजी भी कर सकते हैं।

आस्ट्रेलिया दौरे पर गए हार्दिक पांड्या गेंदबाजी नहीं कर सकते, क्योंकि वह अभी तक गेंदबाजी करने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं हुए हैं और वह बतौर बल्लेबाज ही खेल सकते हैं।

भारत ने जब इस साल फरवरी में न्यूजीलैंड का दौरा किया था, तो वहां भी उसे इसी तरह की समस्याओं से जूझना पड़ा था। वह दो बार अपने स्कोर का बचाव नहीं कर सका था, इनमें पहले मैच में बनाए गए 347 का स्कोर भी है।

16 सदस्यीय वनडे टीम में आठ मुख्य रूप से बल्लेबाज हैं, जो गेंदबाजी नहीं कर सकते हैं और हार्दिक को बल्लेबाज के तौर पर खेलाया जाता है तो नौ बल्लेबाज हो जाएंगे। बाकी सात खिलाड़ियों में छह तो मुख्य रूप से गेंदबाज हैं।

इसकी तुलना में, आस्ट्रेलिया के पास वनडे में

मार्कस स्टोइनिस, मोइसेस हेनरिक्स, कैमरन ग्रीन और डैनियल सैम्स के रूप में चार आलराउंडर हैं।

उनके पास गेंदबाज पैट कमिंस भी हैं जो बल्लेबाजी भी अच्छी करते हैं और अंत तक रन बना सकते हैं। बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल भी नियमित रूप से ऑफ-स्पिनर के रूप में कुछ ओवर गेंदबाजी करते हैं।

ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने बुधवार सुबह मीडिया से बात करते हुए , हम वास्तव में वनडे में अतिरिक्त गेंदबाज रखना पसंद करते हैं। इंग्लैंड में हमने अतिरिक्त 10 ओवर के लिए मिशेल मार्श, स्टोइनिस और (ग्लेन) मैक्सवेल को चुना था और हमें वह संयोजन पसंद आया।

भारत ने पिछले कुछ वर्षों में आलराउंडरों, विशेषकर एक तेज-तर्रार ऑलराउंडर को खोजने के लिए संघर्ष किया है।

हार्दिक के भाई क्रुणाल पांड्या टी20 सीरीज भारतीय टीम का हिस्सा हैं। वह स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर है। हालांकि उन्हें केवल टी20 क्रिकेट के लिए फिट माना जाता है।

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