वसीम रिज़वी की नापाक हरकतों पर शिया समाज खामोश क्यों?, क्या समर्थन दे रहे हैं?

   

उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने एक बार फिर मदरसों और वहां पढ़ रहे छात्रों को निशाना बनाते हुए यह आरोप लगाया है कि भारतीय मदरसों में दाइश की विचारधारा को फैलाया जा रहा है।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ख़त लिखकर देशभर के मदरसों को बंद करने की मांग की है।

वसीम रिज़वी ने मदरसों और वहां धार्मिक पढ़ाई करने वाले छात्रों को निशाना बनाते हुए यह आरोप लगाया है कि मदरसों के माध्यम से तकफ़ीरी आंतकवादी गुट दाइश की विचारधारा को फैलाया जा रहा है। रिज़वी ने कहा कि अगर मदरसों को बंद नहीं किया गया तो देशभर के आधे से ज़्यादा मुसलमान दाइश की विचारधारा के समर्थक हो जाएंगे।

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में रिज़वी ने कहा है, “पूरी दुनिया में देखा गया है कि कोई भी मिशन चलाने के लिए बच्चों को निशाना बनाया जाता है और इस समय दाइश एक ख़तरनाक आतंकी गुट है, जो धीरे-धीरे पूरी दुनिया में मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में पकड़ बना रहा है।”

उन्होंने ख़त में लिखा गया है कि, “कश्मीर में बड़ी संख्या में दाइश के समर्थक खुले तौर पर दिखाई दे रहे हैं, बड़े पैमाने पर मदरसों में इस्लामी तालीम लेने वाले बच्चों को आर्थिक मदद पहुंचा कर इस्लामी शिक्षा के नाम पर उन्हें दूसरे धर्मों से काटा जा रहा है और सामान्य शिक्षा से दूर किया जा रहा है।”

दूसरी ओर वसीम रिज़वी द्वारा भारत के प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए पत्र पर भारतीय मुस्लिम समुदाय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुस्लिम समुदाय ने वसीम रिज़वी पर कट्टर हिन्दू संगठनों के कठपुतली होने का आरोप लगाया और कहा कि आख़िर वसीम रिज़वी के निशाने पर केवल मुसलमान ही क्यों हैं?

इससे पहले भारत में शिया मुसलमानों के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू एवं इमामे जुमा लखनऊ मौलाना सैयद कल्बे जवाद नक़वी ने कई बार यूपी शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी के इस तरह के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत एवं प्रदेश सरकार को आगाह कर चुके हैं कि, वसीम रिज़वी इस तरह के बयान देकर पूरे देश में दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के मुताबिक, मौलाना कल्बे जवाद वसीम रिज़वी द्वारा वक़्फ़ बोर्ड में की जा रही धांधलियों के संबंध में लगातार सीबीआई जांच की मांग भी कर रहे हैं। अभी हाल ही में मौलाना कल्बे जवाद ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार को यह चेतावनी भी दी थी कि अगर उसने वसीम रिज़वी के ख़िलाफ़ कार्यवाही नहीं कि तो मुसलमानों का एक भी वोट उसको नहीं मिलेगा।

इस बीच भारत के कई मुस्लिम संगठनों ने वसीम रिज़वी की गिरफ़्तारी की मांग की है। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि वसीम रिज़वी का केवल एक ही उद्देश्य है और वह यह है कि कैसे मुसलमानों के बीच फूट डाली जाए।

मुस्लिम संगठनों ने भारत सरकार सहित देश के हर राज्य की सरकार से मांग की है कि देश के सभी मदरसों की जांच कराएं और अगर जांच में सबूत नहीं मिलते हैं, जोकि नहीं मिलेंगे, तो वसीम रिज़वी को पूरे देश की जनता के सामने फांसी पर लटका दिया जाए ताकि लोगों के लिए एक मिसाल बन सके कि ग़द्दारी और दंगाइयों के साथ ऐसा होना चाहिए।