उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने वस्त्र क्षेत्र की विभिन्न श्रेणियों में उल्लेखनीय योगदान के लिए आज शाम नई दिल्ली में 17 व्यक्तियों को पुरस्कार प्रदान किये। इस समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति को जीआई पंजीकृत हस्तशिल्प पर स्मारक टिकट भी भेंट किये गये।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि वस्त्र क्षेत्र अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और सभी को यह बात स्वीकार करने और इसका सम्मान करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वस्त्र मंत्रालय ने पिछले साढ़े चार साल में कई कदम उठाए हैं, जो बेहद फलदायी होंगे और जिनसे भारत को विश्व की तीन विशाल अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने में मदद मिलेगी।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुरस्कृत व्यक्तियों के अभिनंदन से अन्य लोग सम्मान प्राप्त करने के लिए ज्यादा प्रयास करने को प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है केवल उन्हें उचित कौशल तथा प्रोत्साहन देकर उनका इस्तेमाल किये जाने की जरूरत है। श्री नायडू ने अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार लाने पर बल दिया तथा वस्त्र उद्योग से भारतीय वस्त्र उत्पादों के लिए ब्रेंड तैयार करने का आह्वान किया।
केन्द्रीय वस्त्र मंत्री स्मृति जुबिन इरानी ने अपने संबोधन में कहा कि वस्त्र मंत्रालय, वस्त्र क्षेत्र के विभिन्न कार्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाल़े लोगों को पहली बार पुरस्कार प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि वस्त्र मंत्रालय दिन भर चले “वस्त्र उद्योग क्षेत्र की उपलब्धियां और भविष्य की राह पर राष्ट्रीय कॉन्क्लेव” के दौरान सामने आए मामलों को हल करेगा।इस कॉन्क्लेव का समापन उपराष्ट्रपति की अध्यक्षता में संपन्न पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ। वस्त्र क्षेत्र की विभिन्न श्रेणियों में उल्लेखनीय योगदान के लिए17 लोगों को पुरस्कृत किया गया।
इससे पहले दिन में केन्द्रीय वस्त्र मंत्री ने राष्ट्रीय कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यमंत्री अजय टम्टा और वस्त्र सचिव राघवेन्द्र सिंह ने कभी अपने विचार प्रकट किये। उद्घाटन सत्र के बाद तकनीकी वस्त्रों, वस्त्र कारोबार करने में सुगमता, अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंच और आपूर्ति श्रृंखलाओं आदि विषयों पर पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं।