ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता वारिस पठान ने शनिवार (22 फरवरी) अपने उस बयान पर माफी मांग ली है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे। पठान ने कहा, “मीडिया मे मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। मैं अपने शब्द वापस लेता हूं।”
वारिस पठान ने कहा, “मैं अपने बयान पर मांफी मांगता हूं। मेरे खिलाफ भ्रम फैलाने की कोशिश की गई।” गौरतलब है कि दक्षिण कर्नाटक में सीएए के विरोध में 16 फरवरी को आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम नेता ने कथित तौर पर कहा था कि 15 करोड़, 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे।
AIMIM leader Waris Pathan on his '15 crore hain magar 100 ke upar bhaari hain' remark: My statement is being twisted to target and defame me and my party due to a political conspiracy. However, I take back my words if they hurt anyone and apologise for the same. pic.twitter.com/KtTNeDlw2f
— ANI (@ANI) February 22, 2020
पठान के वायरल हुए वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता है, ‘हमें साथ चलना होगा। हमें आजादी लेनी होगी, जो चीजें मांगने से नहीं मिलतीं, वह छीनकर लेनी होती हैं, याद रखिए…(हम) 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं।’
भाजपा ने की थी आलोचना
भाजपा ने एआईएमआईएम नेता वारिस पठान के विवादास्पद बयान की शुक्रवार (21 फरवरी) को तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर साजिश और घृणा की राजनीति चल रही है। पार्टी ने कहा कि इससे यह साबित होता है कि इन लोगों के हाथ में संविधान और दिल में वारिस पठान है। भाजपा ने ऐसे बयानों पर कानून का विरोध करने वाले ‘उदारवादियों की चुप्पी’ पर भी सवाल उठाए। एआईएमआईएम नेता के बयान का जिक्र करते हुए पात्रा ने कहा कि अगर भाजपा के नेता ने ऐसा कोई बयान दे दिया होता तो आज सारे तथाकथित ‘लिबरल’ सड़क पर उतर जाते, पूरे देश में कोहराम मचा देते। उन्होंने कहा कि लेकिन आज एक भी सामने नहीं आ रहा है, एक भी सवाल नहीं पूछ रहा है।