विनय कटियार बोले, कांग्रेस ने गिराया था ढांचा

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अयोध्या में 6 दिसंबर, 1992 को बाबरी ढांचा विध्वंस हुआ था। एक रात पहले 5 दिसंबर 1992 को अयोध्या में रात दस बजे बजरंग दल के नेता और तत्कालीन सांसद विनय कटियार के घर पर डिनर रखा गया था। डिनर में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और दूसरे संघ के नेता पहुंचे थे। सीबीआई ने अपनी जांच में विनय कटियार का नाम शामिल किया और उनके ऊपर षडयंत्र का आरोप लगाया। कोर्ट ने सीबीआई की यह दलील नहीं मानी। विनय कटियार ने बताया कि उनके यहां सिर्फ प्रतीकात्मक कारसेवा को लेकर योजना बनी थी। मस्जिद गिराने जैसी किसी बात पर चर्चा नहीं हुई थी।

विनय कटियार ने बताया, ‘आडवाणी रात को अयोध्या पहुंचे। वह जानकी महल में रुके थे। क्योंकि वह मेरे नेता थे, इसलिए मैंने उन्हें डिनर पर अपने घर में आमंत्रित किया। हम लोगों ने सांकेतिक कारसेवा को लेकर चर्चा की। यहां तक हम लोगों ने यह भी तय किया कि बाबरी मस्जिद के पास कोई कारसेवा नहीं होगी।’

कांग्रेस ने किया था षडयंत्र
विनय कटियार ने कहा कि बाबरी मस्जिद का ढांचा कांग्रेस ने गिराया ताकि यूपी में बीजेपी की सरकार को गिरा सकें। उन्होंने कहा, ‘भविष्य में किसी भी मस्जिद को नहीं छुआ जाएगा। शांति बनाए रखें। बाबरी मस्जिद कांग्रेस ने गिराई थी और हमें आरोपी बना दिया गया। यह एक षडयंत्र था जो कांग्रेस ने किया था ताकि यूपी में हमारी सरकार गिरा सकें। हम ढांचे को कभी भी गिराना नहीं चाहते थे।’

अपराधी प्रवृत्ति के लोग बीच में आए
पूर्व सांसद ने कहा, ‘हमारे कारसेवक अनुशासित थे। वहां बड़ा षडयंत्र किया गया। अनजान अपराधी प्रवृत्ति के लोग वहां आए और उन्होंने ढांचे पर चढ़कर उसे गिरा दिया। हम लागों ने अपने कारसेवकों से कहा सरयू नदी से रेत लाने को कहा था। हमें नहीं पता चला कि कैसे वहां स्थितियां अनियंत्रित हो गईं।’

होनी चाहिए कांग्रेस की भूमिका की जांच
विनय कटियार ने कहा कि इस मामले में जांच होनी चाहिए ताकि बाबरी मस्जिद ढांचे को गिराने में कांग्रेस की भूमिका साफ हो सके। जांच से साफ हो जाएगी कि यूपी में कल्याण सिंह की सरकार गिराने के लिए षडयंत्र कांग्रेस ने किया था।

नहीं गिरेगी काशी, मथुरा की मस्जिद

काशी और मथुरा के विवाद पर उन्होंने कहा, ‘हम काशी या मथुरा के लिए कोई भी आंदोलन की भूमिका तैयार नहीं कर रहे हैं। हम संतों से इस विषय में बात करेंगे लेकिन हम बात करेंगे कि देश में अब कहीं भी मस्जिद न गिराई जाए। देश में शांति बरकरार रहे।’