हैदराबाद: भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को हैदराबाद में नागरिकता कानून और एनआरसी (NRC) के खिलाफ प्रस्तावित एक रैली से पहले ही हिरासत में ले लिया गया, न्यूज एजेंसी एएनआई ने ये खबर दी. लंगरहाउस पुलिस ने कहा कि प्रशासन ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी और दलित नेता को ऐसा करने से रोकने के लिए हिरासत में लिया गया.
चंद्रशेखर आजाद को जमानत पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से छूटे अभी 10 दिन ही हुए हैं और एक बार फिर उनको हिरासत में लिया गया है. उन्हें दिल्ली के दरियागंज इलाके में पिछले महीने नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान लोगों को भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आज़ाद जी को हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 26, 2020
दलित नेता ने समाचार एजेंसी पर खबर आने के 15 मिनट पहले ही ट्वीट कर खुद को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दे दी थी. ट्वीट में लिखा था, ‘भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को हैदराबाद पुलिस ने हिरासत में लिया.’
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दिल्ली के दरियागंज में पुलिस द्वारा लगाई गई निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन की अगुवाई करने के बाद से चंद्रशेखर आजाद ऐसे प्रदर्शनों का एक प्रमुख चेहरा बन चुके हैं. जेल से रिहाई के बाद भी उन्होंने इस कानून पर हमले कम नहीं किए हैं.
शुक्रवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने बीजेपी नीत केंद्र सरकार पर सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया. चंद्रशेखर ने कहा, ‘यह बोलकर कि यह कानून लोगों को नागरिकता देने के लिए है न कि छीनने के लिए, सरकार झूठ बोलने के अलावा कुछ नहीं कर रही है. वह नागरिकता कानून को एनआरसी से अलग होने का दावा कर देश को बरगला रही है. तीनों की कवायद देश के आम आदमी को नुकसान पहुंचाने वाली है.