विलफुल डिफॉल्टरों के लिए ट्रैवल एजेंसी है बीजेपी : कांग्रेस

   

नई दिल्ली, 23 जून । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कहा कि उसने भगोड़े व्यापारियों विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी की 9,371 करोड़ रुपये की संपत्ति सरकारी बैंकों को सौंप दी है। इसके बाद कांग्रेस ने भगोड़ों की सहायता के लिए भाजपा पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि विलफुल डिफॉल्टरों के लिए बीजेपी एक ट्रैवल एजेंसी है।

कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, भाजपा को जश्न मनाने के बजाय देश को यह समझाना चाहिए कि पिछले 7 वर्षों में बैंक धोखाधड़ी में 57 प्रतिशत की वृद्धि क्यों हुई है, 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के बजाय भाजपा सरकार ने क्यों 5 ट्रिलियन डॉलर के बैड बैंक लोन का गड्ढा खोदा और बीजेपी में किसकी मदद से माल्या फरार हो गया?

उन्होंने कहा, सच्चाई यह है कि भाजपा के तहत केवल भारत को लूटने की सुगमता फली-फूली है, व्यापार करने में आसानी नहीं है। भाजपा विलफुल डिफॉल्टरों और धोखेबाजों के लिए एक ट्रैवल एजेंसी है जो जनता का पैसा लूटकर आसानी से भारत से फरार हो जाते हैं।

ईडी ने एक बयान में कहा कि माल्या, नीरव मोदी और चोकसी ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ अपनी कंपनियों के माध्यम से धन की हेराफेरी की, जिससे बैंकों को कुल 22,585.83 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर तीनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

वित्तीय जांच एजेंसी ने कहा कि ईडी ने घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन के असंख्य जाल का पता लगाकर और विदेशों में संपत्ति को छिपाकर त्वरित कार्रवाई की है।

ईडी ने कहा, जांच ने यह भी साबित कर दिया है कि इन तीनों आरोपियों ने अपने द्वारा नियंत्रित नकली संस्थाओं का इस्तेमाल बारी-बारी से किया और बैंकों द्वारा उपलब्ध कराए गए धन का गबन किया।

इसने आगे कहा कि ईडी ने 18,170.02 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क या जब्त की है, जिसमें विदेशों में स्थित 969 करोड़ रुपये की संपत्ति शामिल है।

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