शरद पवार का तंज, बोले- कुछ लोगों को लगता है मंदिर बनने से करोना चला जाएगा

   

नई दिल्ली : राम मंदिर निर्माण की तैयारियों को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने केंद्र की मोदी सरकार पर रविवार को निशाना साधा है। उन्होंने कहा  कि  कुछ लोगों को लगता है कि राम मंदिर का निर्माण कोविड -19 महामारी को समाप्त कर सकता है। कयास लग रहे हैं कि  उनके इस बयान पर नए विवाद की आशंका है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या के राम जन्मभूमि स्थल पर शिलान्यास करने वाले हैं।

सरकार को कोरोना के खात्मे पर करना चाहिए काम
शरद पवार ने कहा कि कुछ लोग सोचते हैं कि राम मंदिर बनाने से कोरोना खत्म हो जाएगा। फिलहाल सरकार लॉकडाउन से अर्थव्यवस्ता को हुए नुकसान पर ध्यान दे। अर्थव्यवस्था की हालत बिगड़ती जा रही है।पवार ने कहा कि हमें ये फैसला करना होगा क्या ज्यादा जरूरी है। सरकार को  कोरोना के खात्मे पर काम करना चाहिए। यही उसकी प्राथमिकता में होना चाहिए।

पीएम मोदी 5 अगस्त को रखेंगे राम मंदिर निर्माण की आधारशिला
बता दें कि पीएम मोदी 5 अगस्त को पूर्वाह्न 11 बजे से 1:10 बजे के बीच अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखने (भूमिपूजन) के प्लान पर विचार कर रहे हैं। यह मोदी की अयोध्या और राम मंदिर क्षेत्र की पहली यात्रा होगी।

पिछले सुप्रीम कोर्ट ने राम लला के पक्ष में सुनाया था फैसला
गौरतलब है कि कई सालों तक चल लंबी कानूनी लड़ाई के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल नवंबर में अयोध्या में विवादित स्थल पर एक ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था, और केंद्र को सुन्नी वक्फ बोर्ड के लिए वैकल्पिक 5 एकड़ का भूखंड आवंटित करने का निर्देश दिया था।

शिवसेना बोली- पार्टी नहीं करेगी इस मुद्दे पर राजनीति
इस बीच, मुंबई दक्षिण से शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने बताया कि भगवान राम उनकी पार्टी के लिए आस्था के विषय थे, और पार्टी इस मुद्दे पर सियासत नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “शिवसेना राम मंदिर आंदोलन का एक प्रमुख प्रकाश है। (शिवसेना अध्यक्ष) उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री बनने से पहले और कार्यभार संभालने के बाद भी अयोध्या का दौरा किया था।”

शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस महा विकास आघाडी सरकार में भागीदार हैं। सावंत ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य सुनिश्चित करना और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराना राज्य के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की प्राथमिकताएं हैं, जो ‘रामराज्य’ (न्याय और सत्य का शासन) की अवधारणा है। “…. हम महाराष्ट्र में कोरोनोवायरस के खिलाफ हमारी (राज्य सरकार की) लड़ाई में ठीक यही कर रहे हैं।”