भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने माफिया डॉन और नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी को टिकट देने के लिए शुक्रवार को लालू प्रसाद नीत राजद पर तीखा हमला बोला और दावा किया कि उसने बिहार में जंगलराज वापस लाने का अपना इरादा साफ कर दिया है। शाह यहां एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
औरंगाबाद सीट से भाजपा के मौजूदा सांसद सुशील कुमार सिंह का मुकाबला हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के उपेंद्र प्रसाद से है। हम महागठबंधन का हिस्सा है। राजपूतों की खासी आबादी के कारण इस सीट को बिहार का चित्तौड़गढ़ भी कहा जाता है।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘लालू ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन में बिहार को क्या दिया। वह शहाबुद्दीन की पत्नी को टिकट देते हैं। शहाबुद्दीन ने सलाखों के पीछे जाने से पहले कितने लोगों को प्रताड़ित किया।’ शाह ने लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद राज्य में अपनी पहली रैली में कहा कि घटनाक्रम से साफ हो गया है कि राजद की मंशा जंगल राज के युग को वापस लाने की है।’
2014 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार ओम प्रकाश यादव ने शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को हराया था। हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद शहाबुद्दीन के अयोग्य हो जाने पर हिना मैदान में उतरी थी। इस बार यह सीट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) को मिली है और उनकी पार्टी ने विधायक कविता सिंह को मैदान में उतारा है जो स्थानीय दबंग अजय सिंह की पत्नी हैं।
बिहार की ऊंची और निचली दोनों जातियों को लुभाने का प्रयास करते हुए शाह ने उच्च जातियों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण और ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिए जाने जैसे कदमों का भी जिक्र किया।
शाह ने राहुल गांधी का भी उपहास किया जिन्होंने पिछले हफ्ते पूर्णिया में एक रैली में आरोप लगाया था कि नरेंद्र मोदी सरकार ने बिहार के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि संप्रग ने 10 वर्षों में राज्य के विकास पर केवल 1.98 लाख करोड़ खर्च किए थे। राजग ने करीब छह लाख करोड़ खर्च किया है। दोनों के बीच कोई तुलना नहीं है।
उन्होंने राहुल से कहा कि बिहार की चार पीढ़ियां राज्य में कुशासन के लिए आपकी पार्टी से जवाब मांग रही हैं, जब राज्य में आपकी पार्टी सत्ता में थी या राजद के साथ गठबंधन में थी।
शाह ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव सिर्फ एक नयी सरकार के लिए नहीं हैं। यह भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसका उचित स्थान दिलाने में मदद के लिए है, जिस दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काम कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले का मोदी ने कड़ा जवाब दिया। इस हमले में बिहार के भी दो सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। उन्होंने कहा कि इस हमले पर भारत के जवाब से विपक्ष अचंभित रह गया और सैम पित्रोदा जैसे उनके हमदर्द कह रहे हैं कि हवाई हमले नहीं होने चाहिए थे।
उन्होंने कहा कि लेकिन मोदी ने गोली के बदले गोला के साथ जवाब देने के भारत के संकल्प का प्रदर्शन किया। भारत अब अमेरिका और इजराइल की श्रेणी में खड़ा है जो आतंक पर नकेल कसने के लिए सख्त रूख अपनाता है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के साथ हमारी रक्षा क्षमता नयी ऊंचाई पर पहुंच गयी है।
शाह ने दावा किया कि राहुल गांधी ने एक बार टिप्पणी की थी कि वह प्रधानमंत्री बनने के खिलाफ नहीं हैं और इस पर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल और बिहार में तेजस्वी यादव जैसे नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।