शिया बहुल देश ईरान क्या सुन्नी मुस्लिम देशों की अगुवाई कर सकेगा?

   

इराक़ के वरिष्ठ सुन्नी मुफ़्ती ने कहा है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान पूरे संसार के लिए एक गौरव है। शैख़ महदी सुमैदई ने लंदन से प्रकाशित होने वाले समाचारपत्र अलक़ुद्स अलअरबी से बात करते हुए कहा कि ईरान ने अपने लिए इस्लामी गणतंत्र के नाम को पसंद किया और इस दृष्टि से वह सभी के लिए गर्व का कारण है।

उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि इस्लाम का आदेश है कि संसार के सभी मुसलमानों को एक दूसरे से सहयोग करना चाहिए, कहा कि ईरान के नाम के साथ इस्लाम जुड़ा हुआ है और वह इराक़ का मित्र है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, इराक़ के अहले सुन्नत मुसलमानों के मुफ़्ती ने फ़ार्स की खाड़ी के तटवर्ती अरब देशों को विश्वासघाती बताया और कहा कि इराक़ पर अतिग्रहण के संबंध में इन देशों की नीति से उनकी बात की पुष्टि होती है। शैख़ महदी सुमैदई ने कहा कि अमरीकी सैनिक, कुछ अरब देशों के रास्ते ही इराक़ में घुसे थे।

उन्होंने विशेष रूप से सऊदी अरब का नाम लिया और कहा कि अमरीका के युद्धक विमानों और पैदल सैनिकों ने सऊदी अरब से ही इराक़ पर चढ़ाई की थी।

ज्ञात रहे कि वर्ष 2003 में अमरीका ने इराक़ के तानाशाह सद्दाम की सरकार के पास सामूहिक विनाश के हथियार होने के बहाने इस देश पर हमला कर दिया था और लगभग 9 साल तक यह देश अमरीका के क़ब्ज़े में रहा।