श्रीलंका मुस्लिमों ने खुद ही क्यों तोड़ डाली मस्जिद ?

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नई दिल्ली। श्रीलंका (Sari Lanka) में ईस्टर चर्च और होटलों पर हुए आत्मघाती हमले के पीछे मुस्लिम संगठन नेशनल तौहीद जमात (NTJ) को शक की निगाह में रखा जा रहा है। खुद पर लगे इल्जामो के बाद इस संगठन ने खुद को साबित करने के लिए एक मस्जिद (Mosque) तोड़ डाली। बताया जा रहा है कि मस्जिद में पुलिस अक्सर आत्मघाती हमले के बाद आती थी जिससे इस मस्जिद को इस्तेमाल करने वालों को शक के घेरे में लिया जाता था। मई महीने में पुरानी मस्जिद के एक सदस्य ने एक बैठक में इसका फैसला किया कि यह मस्जिद सभी तरह के विवाद का कारण रहा है ऐसे में उसे तोड़ दिया जाना ही बेहतर है।

 

इस मस्जिद को तौहीद जमात (NTJ) के सदस्य इस्तेमाल करते थे। दरअसल, सिंहली पड़ोसियों के साथ मुस्लिमों के लंबे वक्त से अच्छे रिश्ते रहे हैं और इलाके के मुस्लिम समुदाय ने एकमत होकर उनके विश्वास को जीतने के लिए मस्जिद तोड़ने का फैसला किया। ईस्टर हमले के बाद श्रीलंका में अधिकतर मुसलमान खुद को एक दोषी की तरह महसूस कर रहे हैं। आत्मघाती हमले के बाद से पुलिस ने करीब 2000 गिरफ्तारियां की हैं जिनमें अधिकतर मुस्लिम ही है।