संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थाई राजदूत ने सीरियाा पर ज़ायोनी शासन के निरंतर हमलों को अमरीका, फ़्रांस और ब्रिटेन द्वारा इस अवैध ज़ायोनी शासन के व्यापक समर्थन और सुरक्षा परिषद की अपनी ज़िम्मेदारियां निभाने में लापरवाही का कारण बताया।
संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थाई राजदूत बश्शार जाफ़री ने कहा कि ज़ायोनी शासन के हमले, आतंकवादियों के समर्थन के लिए हो रहे हैं।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार बश्शार जाफ़री ने मंगलवार को मध्यपूर्व के बारे में सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि अब समय आ गया है कि सुरक्षा परिषद सीरिया की धरती पर इस्राईल के हमलों को रुकवाने के लिए उचित युक्ति अपनाए।
ज्ञात रहे कि सोमवार की सुबह इस्राईल ने राजधानी दमिश्क़ के कई क्षेत्रों पर हमला किया था। हमले के बाद दमिश्क़ में धमाकों की कई आवाज़ें सुनाई दी थीं।
रूस के राष्ट्रीय रक्षा निंयत्रण केन्द्र ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दमिश्क़ स्थित एयरपोर्ट पर इस्राईल के मिसाइल हमले में 4 सीरियाई सैनिक मारे गए और 6 अन्य घायल हो गए।
इस्राईल ने सोमवार को सुबह सवेरे एक घंटे तक दमिश्क़ पर मिसाइल हमले किए, हालांकि सीरियाई वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकांश मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
इससे एक दिन पहले ही इस्राईल के 4 एफ़-16 युद्धक विमानों ने सीरिया पर मिसाइल बरसाए थे, लेकिन यह मिसाइल लक्ष्य पर जाकर नहीं लगे, इनमें से 7 को सीरियाई प्रणाली ने हवा में ही नष्ट कर दिया था।
साभार- ‘parstoday.com’